पंचायत के कंसारी स्थित ईंट भट्ठे व मीरहाजीचक गांव के पास स्थित पूर्व से बांधी गयी पुलिया के खुल जाने से पानी का बहाव तेजी से फैल रहा है. पुनपुन सीओ अंजनी कुमार सिन्हा की मानें, तो अगर तत्काल दोनों पुलिया को बंद नहीं किया गया, तो बेल्दारीचक के निचले हिस्से में भी पानी का फैलाव बढ़ जायेगा. हालांकि, उन्होंने इसके लिए पुनपुन बाढ़ नियंत्रण के कार्यपालक अभियंता को त्राहिमाम संदेश दे दिया है. इधर दियारे के निचले इलाकों में गंगा का पानी घुसने लगा है.
सीओ अंजनी कुमार सिन्हा ने बताया कि पुनपुन नदी का जल स्तर काफी रफ्तार में शनिवार की सुबह बढ़ रहा था, लेकिन शाम होते ही उसमें गिरावट आ गयी थी. उन्होंने बताया कि शनिवार की सुबह जहां नदी का जल स्तर प्रति घंटे 4 से 5 सेंटीमीटर बढ़ रहा था, वहीं शाम होते होते इसमें गिरावट आ गयी है. फिलवक्त नदी का जल स्तर एक सेंटीमीटर प्रति घंटा बढ़.रहा है. उन्होंने बताया कि पुनपुन नदी का जल स्तर खतरे के निशान से 1.40 सेंटीमीटर पर बह रहा है.
सीओ ने बताया कि लखना पूर्वी पंचायत पर खतरा है. हालांकि, प्रशासन सतर्क है और जहां भी तटबंध को पानी छू रहा है वहां अलग से मिट्टी डाली जा रही है ताकि तटबंध सुरक्षित रह सके. साथ ही कंसारी व मीरहाजीचक में पूर्व से बांधी गयी पुलिया के पानी की तेज धार से खुल जाने की सूचना पुनपुन बाढ़ नियंत्रण के कार्यपालक अभियंता को दे दी गयी है. उन्होंने बताया कि पुनपुन नदी के जल स्तर में हो रही बढ़ोतरी के बावजूद फिलवक्त कोई खतरा नहीं है. इधर कार्यपालक अभियंता राम सेवक शर्मा ने बताया कि नदी का जल स्तर बढ़ा है. जहां तक पुलिया बंद करने का सवाल पर उन्होंने कहा पुल-पुलिया नदी की पानी के बहाव को कम करने और पानी निकालने के लिए ही बनायी जाती है. पुलिया बंद कर देने की स्थिति में नदी के दूसरे अन्य तटबंध पर दबाव बढ़ जायेगा.