पटना : बिहटा के बसौढ़ा गांव के वार्डों को ओडीएफ घोषित करने को घरों में बने पुराने शौचालय को भी नयी सूची में जोड़ दिया गया. फोटोग्राफी भी करा दी गयी व पैसों का बंदरबांट कर लिया गया.
गांव में ऐसे कई घर मिले, जिनके घरों में शौचालय का निर्माण वर्षों पहले हो गया था. वैसे घरों को भी सूचीबद्ध किया गया, जब उनकी फोटोग्राफी की गयी, तो उनसे 100-100 रुपये भी मांगे गये. बहुतों ने पैसे दे भी दिये. किसी-किसी घर में दो-दो शौचालय बनाये गये, लेकिन अब तक इन्हें पैसे नहीं मिले हैं.
5000 हजार दिये, बाकी रख लिये
पुराने घरों को सूचीबद्ध करने के लिए लोगों को पांच हजार रुपये की लालच दी गयी और कहा गया कि जब पैसा सरकार से आपके खाते में आयेगा, तो उसमें से पांच हजार छोड़ बाकी रकम हमें दे दीजियेगा. बहुत से लोगों ने पैसे दिये भी, लेकिन बाद में बात कहीं बिगड़ नहीं जाये, इसको लेकर बहुत से लोग पीछे हट गये. कुछ लोगों की शिकायत पर सूची की दोबारा से जांच की गयी, जिसमें बहुत से शौचालय पुराने पाये गये. ऐसे लोगों के नाम सूची से काट दिये गये. इस कारण से अब तक तीनों वार्डों में 75 शौचालयों के निर्माण किये गये. नाम हटाने के बाद भी 30 लोगों को पैसे का भुगतान नहीं हुआ है.
एक ही घर में तीन शौचालय
गांव में एक ही घर में चार परिवार रहते हैं, जिसमें तीन घरों में नया शौचालय का निर्माण कराया गया. जब एक परिवार ने ठेकेदार से कहा कि वह खुद शौचालय बनवायेंगे पैसे दे दीजिए, तो उस घर में अब तक शौचालय का निर्माण नहीं हो पाया है. यही हाल कई अन्य लोगों का भी है. गांव के लोगों का कहना है कि घरों में शौचालय का निर्माण हो गया है. लेकिन, वह खुद से निर्माण कराते, तो अच्छा शौचालय बनाता और वर्षों तक चलता.
जंाच होगी, ताकि सच्चाई सामने आये : डीएम
बिहटा के बसौढ़ा गांव में ओडीएफ को लेकर कुछ गड़बड़ियां मिली हैं. ऐसे में वहां की जांच करायी जायेगी, ताकि सच्चाई सामने आये. जो भी व्यक्ति इस गड़बड़ी में शामिल होगा, तो उस पर कार्रवाई की जायेगी.
संजय कुमार अग्रवाल, डीएम