जिम्मेवारी समझाने को बिहार माध्यमिक शिक्षा परिषद देगा ट्रेनिंग
पटना : किसी भी स्कूल के मालिक स्कूल के प्रिंसिपल होते हैं, लेकिन जब प्रिंसिपल को ही उनकी जिम्मेवारी पता नहीं हो तो स्कूल का हाल बेहाल तो होगा ही. कुछ ऐसी ही बेहाल की स्थिति में राजधानी के साथ प्रदेश भर के स्कूल हैं. बिहार माध्यमिक शिक्षा परिषद के सर्वे के अनुसार 90 फीसदी स्कूलों के प्रिंसिपल को पता नहीं है कि स्कूल के प्रति उनकी जिम्मेवारी क्या है. प्रिंसिपल को जानकारी नहीं होने के कारण पढ़ाई के साथ स्कूल मैनेजमेंट पर भी इसका असर दिख रहा है.
प्रिंसिपल की जिम्मेवारी क्या है, एकेडेमिक के साथ स्कूल मैनेजमेंट और फाइनेंशियल एक्टिविटी में प्रिंसिपल की क्या ड्यूटी है, इसकी जानकारी अब ट्रेनिंग के माध्यम से प्रिंसिपल को दी जायेगी. बिहार माध्यमिक शिक्षा परिषद की मानें तो प्रिंसिपल को जानकारी नहीं होने के कारण कई योजनाएं विद्यार्थी तक नहीं पहुंच पाती हैं. ट्रेनिंग में हर तरह की जानकारी दी जायेगी.
इन जिम्मेवारियों से दूर
विद्यार्थियों के उपस्थिति पत्र को लेकर कोई जानकारी नहीं
टीचर पैरेंट्स मीटिंग की जानकारी नहीं कि यह तीन महीने पर आयोजित की जायेगी
साफ सफाई के प्रति हैं लापरवाह
विद्यार्थियों के बैंक खाते की जानकारी नहीं
दी जायेगी जानकारी
तमाम टीचर्स के लिए चैप्टर वाइज बुकलेट तैयार करना
9वीं और 12वीं में नामांकन का प्रॉस्पेक्टस तैयार करना
स्कूल का डेली रूटीन तैयार करना
एनुअल कैलेंडर तैयार करना
स्कूल के मुख्य द्वार पर स्कूल नाम के साथ बोर्ड लगाना
स्कूल परिसर में सफाई के साथ सारे क्लासेज की व्यवस्था देखना