पटना : गुरुवार सुबह से ही अपने पूर्व प्रस्तावित चक्का जाम कार्यक्रम को लेकर सूबे में मुखिया संघ सक्रिय दिख रहा है. सीमांचल के जिले अरवल में सुबह से ही मुखिया संघ के कार्यकर्ताओं ने नेशनल हाइवे 98 और 110 को जाम कर दिया है. इधर, पटना डाकबंगला चौराहे पर भी मुखिया संघ के सदस्य पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे हैं. खबर है कि सुबह दस बजे से लेकर दोपहर दो बजे तक वाहनों का परिचालन मुखिया संघ नहीं होने देगा. कई इलाकों में जाम की वजह से वाहनों की लंबी कतार लग गयी है. अपनी मांगों के समर्थन में मुखिया संघ द्वारा मुजफ्फरपुर, भागलपुर और दरभंगा के अलावा भोजपुर में कई जगहों से विरोध प्रदर्शन और सड़क जाम की खबरें आ रही हैं. हालांकि, मौके पर प्रशासन भी तैनात है और पूरे मामले पर नजर बनाये हुए है.
इससे पूर्व राजधानी पटना में मुखिया संघ ने एक सम्मेलन कर यह जता दिया था कि मुखिया अपने अधिकारों के लिए आखिरी सांस तक लड़ेंगे. जब तक मुखिया को पूर्ण अधिकार नहीं मिल जाता है, यह लड़ाई जारी रहेगी़ मुखिया संघ का कहना है कि बिहार सरकार की मनमानी व तानाशाही नहीं चलने दी जाएगी़ इतना ही नहीं जब तक मुखिया को उसका अधिकार नहीं मिल जाता, तब तक संघ द्वारा चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा़ मुखिया संघ के लोगों ने प्रखंड स्तर पर मुख्य मार्ग को बाधित कर वाहनों की आवाजाही रोक दी है. चक्का जाम के दौरान आवश्यक सेवा, एंबुलेंस, प्रेस व सैनिक वाहनों को जाने दिया जा रहा है. संघ का कहना है कि पंचायती राज अधिनियम 2006 में पंचायत राज व्यवस्था के तहत ग्रामसभा को ध्वस्त करने के लिए मुख्यमंत्री उच्च न्यायालय की अवहेलना कर अपना तानाशाही दिखा रहे हैं. संघ का कहना है कि मुख्यमंत्री अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अध्यादेश लाकर ग्राम सभा को समाप्त कर दिया है.
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