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राज्य के 1.44 करोड़ परिवारों के पास शौचालय नहीं
स्वच्छता : वर्ष 2014 से अब तक 17 लाख 35 हजार शौचालयों का कराया गया है निर्माण पटना : राज्य में अभी एक करोड़ 44 लाख परिवारों के पास शौचालय नहीं हैं. एक परिवार में रहनेवाले सभी सदस्यों को अभी खुले में शौच के लिए सुबह-शाम बाहर जाना पड़ता है. देश में अक्तूबर 2014 से […]
स्वच्छता : वर्ष 2014 से अब तक 17 लाख 35 हजार शौचालयों का कराया गया है निर्माण
पटना : राज्य में अभी एक करोड़ 44 लाख परिवारों के पास शौचालय नहीं हैं. एक परिवार में रहनेवाले सभी सदस्यों को अभी खुले में शौच के लिए सुबह-शाम बाहर जाना पड़ता है. देश में अक्तूबर 2014 से स्वच्छता अभियान की शुरुआत की गयी है. राज्य में कराये गये सर्वेक्षण के अनुसार बिहार के ग्रामीण इलाकों में कुल एक करोड़ 61 लाख परिवारों के पास शौचालय नहीं था.
इन परिवारों की महिलाओं और बेटियों को खुले में शौच के लिए बाध्य होना पड़ता था. वर्तमान में भी राज्यके ग्रामीण इलाकों में रहनेवाले एक करोड़ 44 लाख परिवारों के लिए शौचालय निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. वर्ष 2014 से अब तक राज्य में 17 लाख 35 हजार शौचालयों का निर्माण कराया गया है. जून-जुलाई 2016 में राज्य सरकार ने शौचालय निर्माण की योजना को साथ निश्चय के तहत शामिल किया है. राज्य को दो अक्तूबर 2019 तक खुले में शौच से मुक्त घोषित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत अभी तक 2206 गांवों के खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया है. शौचालय निर्माण घर का सम्मान योजना के तहत राज्य के 451 पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया है.
राज्य में कुल 8391 ग्राम पंचायत हैं. उन्होंने बताया कि राज्य के कुल 534 प्रखंडों में 16 प्रखंडों को खुले में शौच से मुक्त किया जा चुका है. इसी तरह से एक अनुमंडल, सीतामढ़ी के बेलसंड अनुमंडल को खुले में शौच से मुक्त किया जा चुका है. तकनीकी कारणों से 38 जिलों में अभी कोई जिला खुले में शौच से पूरी तरह मुक्त नहीं हुआ है. उम्मीद है कि अगले में कुछ जिलों को खुले में शौच से मुक्त करने की घोषणा की जायेगी.
पटना : राज्य में सभी घरों में शौचालय बनाने के सरकारी योजना के प्रचार प्रसार के लिए प्रभात खबर अभियान चलायेगा. आम लोगों को खुले में शौच से होनेवाली हानि के बारे में जानकारी दी जायेगी. साथ ही घरों में शौचालय बनवाने के लिए लोगों को जागरूक किया जायेगा.
किसी भी पंचायत, प्रखंड व जिला को ओडीएफ (ओपेन डिफेक्शन फ्री) के लिए आयोजित सरकारी कार्यक्रमों में प्रभात खबर हिस्सा लेगा. लोगों को यह बताया जायेगा घरों में शौचालय के निर्माण से एक ओर स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा. ग्रामीण कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने प्रभात खबर के इस पहल की सराहना की है.
पटना/ब्रह्मपुर : ब्रह्मपुर में एक दिव्यांग ने शौचालय निर्माण के लिए अपनी दुधारू मवेशी को बेच दिया. खुले में शौच से मुक्ति दिलाने के लिए शौचालय का निर्माण कराया. दुधारू मवेशी से उसका रोजगार चलता था. बूढ़ी मां की बातों से प्रभावित होकर दिव्यांग शिवजी यादव ने अपने घर में शौचालय बनवा कर ही दम लिया. शौचालय बनाकर बूढ़ी मां को तोहफा दिया.
दिव्यांग होने के बावजूद अपने से गड्ढा खोदा. शिवजी यादव का दोनों पैर पोलियो से ग्रसित है. बिना लाठी के वह सीधा खड़ा भी नहीं हो सकता. ऐसे में उसने रोजगार के लिए एक मवेशी रखा था, जिसका दूध बेच कर अपने परिवार का भरण पोषण करता है.
आसपास में बने शौचालय को देख शिवजी की मां गंगा देवी ने शौचालय बनाने की इच्छा प्रकट की, जिसके बाद शिवजी ने अपने दुधारू मवेशी को बेच कर उसके पैसे से शौचालय का निर्माण कराया. अब वह पान की गुमटी चला रहा है. बातचीत में उसने कहा कि सबसे ज्यादा सुकून शौचालय का निर्माण कराने के बाद मिला है. इस काम में परिवार के सभी सदस्य जी जान से श्रमदान किये.
और शौचालय बनकर तैयार हो गया. उन लोगों के लिए शिवजी यादव ने एक मिसाल पेश की है, जो पैसे का अभाव का रोना रोते हैं, जहां गरीब एवं दिव्यांग होते हुए भी उन्होंने अपनी मां को शौचालय का तोहफा दिया. बता दें कि जिला प्रशासन 15 अगस्त तक जिले को खुले में शौचमुक्त करने के लिए जोर-शोर से अभियान चला रखा है, जिससे ब्रह्मपुर प्रखंड कार्यालय के अधिकारी भी तेजी से शौचालय निर्माण के लिए लग गये हैं. गांव-गांव जाकर पदाधिकारी ग्रामीणों को अपने घरों में शौचालय बनवाने व खुले में शौच से तोबा करने की अपील कर रहे हैं.
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