पटना: अपराध की जांच में मदद करनेवाले एक कुत्ते पर सरकार रोजाना 261.75 रुपये खर्च करेगी. अपराध अनुसंधान के लिए खरीदे जानेवाले 200 कुत्तों पर दो करोड़ रुपये वार्षिक खर्च होगा. इसके अलावा कुत्तों के हैंडलर, खाना बनानेवाले व रहने पर होनेवाले खर्च अलग हैं. राज्य पुलिस मुख्यालय ने मुख्यालय, प्रक्षेत्रीय पुलिस कार्यालय व जिला स्तर पर 50 यूनिट (प्रत्येक यूनिट में चार कुत्ते) का श्वान दस्ता बनाने की तैयारी शुरू कर दी है.
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार प्रत्येक श्वान यूनिट के लिए कैनल (हैंडलर के लिए बैरक सहित) निर्माण के लिए पुलिस भवन निर्माण निगम ने नक्शा भी तैयार कर तकनीकी स्वीकृति प्रदान कर दी है. प्रत्येक कैनल निर्माण पर लगभग 29 लाख 76 हजार 224 रुपये खर्च किये जायेंगे. कुल 50 यूनिट श्वान दस्ते के लिए कैनल निर्माण पर 14 करोड़ 88 लाख 11 हजार 200 रुपये खर्च होंगे.
लैबराडोर प्रजाति के कुत्ते की होगी खरीद : राज्य पुलिस में लैबराडोर प्रजाति के कुत्ते की खरीद को उपयोगी बताया गया है. इसमें दो ट्रैकर व दो स्नीफर कुत्ते एक यूनिट में शामिल किये जायेंगे.
रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स द्वारा लैबराडोर प्रजाति के कुत्ते की खरीदी की गयी है, इस पर प्रति कुत्ता 25 हजार रुपये खर्च किये गये थे, इस अनुमान के अनुसार ही बिहार पुलिस भी कुत्तों की खरीद करेगी.