इंडो-बांग्लादेश संधि पर भी विचार करने की आवश्यकता है. बराज को इस तरह से रिडिजाइंड करने की पहल हो कि नदी में गाद का जमाव नहीं हो. विशेषज्ञों ने कहा कि वह अपनी अनुशंसा भारत सरकार और बिहार सरकार दोनों को देंगे. हवाई सर्वेक्षण से लौटे न्यायमूर्ति गौड़ ने बताया कि विशेषज्ञों की सर्वसम्मति से अनुशंसा है कि बक्सर से फरक्का के बीच गंगा नदी का एक समग्र रूप से हाइड्रोलाजिकल अध्ययन किया जाना चाहिए. बक्सर के ऊपर स्थित सभी संरचनाओं से बिहार की गंगा नदी के लिए न्यूनतम जलस्राव छोड़ा जाये.
उन्होंने बताया कि गंगा नदी में गाद को लेकर एक कंप्रीहेंसिव सिल्ट समस्या की नीति तैयार हो. केंद्र सरकार बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद करे. गंगा में जुलाई-सितंबर तक आनेवाली बाढ़ से बिहार सरकार को 200-300 करोड़ का खर्च बचाव व राहत कार्य पर करती है. नदी की वर्तमान स्थिति इसके खराब प्रबंधन के कारण हुई है. जल पुरुष राजेंद्र सिंह ने बताया कि गंगा में रेगिस्तान बढ़ रहा है. गंगा अविरल नहीं बहेगी तो लोगों को कष्ट होगा.