Advertisement
बिहार में शराबबंदी से नितिन गडकरी को क्यों हो रहा दर्द
जदयू प्रवक्ता संजय का गडकरी पर पलटवार दम है तो गडकरी गुजरात में शराबबंदी हटवा दें पटना : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के खाने-पीने पर कोई पांबदी नहीं लगाने के बयान पर जदयू के मुख्य प्रवक्ता सह विधान पार्षद संजय सिंह पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी […]
जदयू प्रवक्ता संजय का गडकरी पर पलटवार
दम है तो गडकरी गुजरात में शराबबंदी हटवा दें
पटना : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के खाने-पीने पर कोई पांबदी नहीं लगाने के बयान पर जदयू के मुख्य प्रवक्ता सह विधान पार्षद संजय सिंह पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के पेट में क्यों दर्द हो रहा है? अगर इतनी ही दिक्कत है तो गुजरात में भी शराबबंदी है उसे हटवा दें? बिहार में पूर्ण शराबबंदी है और लागू रहेगी. पूर्ण शराबबंदी कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महात्मा गांधी के सपनों को साकार किया है.
शराबबंदी से प्रदेश में सामाजिक परिवर्तन आया है. महिलाएं खुश हैं. शाम होते ही गांव-टोलों और घरों में जो लड़ाई-झगड़ा होती थी, वह खत्म हो गयी है. अब गांव-घरों का माहौल शांत हो गया है. जो लोग अपनी कमाई का ज्यादातर हिस्सा शराब में खर्च कर देते थे, वे भी उन पैसों को दूसरी चीजों में सदुपयोग कर रहे हैं. जो गरीब सड़कों पर था, वह शाम होते ही घर आ रहा है.
वह अपने बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान देने के साथ-साथ परिवार के रहन-सहन को भी बेहतर कर रहा है. शराबबंदी की वजह से जहां कई तरह के अपराध में कमी आयी है, वहीं सुधा के उत्पाद लेकर कपड़ों समेत अन्य उत्पादों की बिक्री में बढ़ोतरी हुई है. संजय सिंह ने कहा कि बिहार में नेशनल हाइवे को लेकर केंद्र सरकार लगातार अनदेखी कर रही है. राज्य सरकार का हर विकास का काम जनता को समर्पित है और जिन पुलों का उद्घाटन हो रहा है, वो जनता के लिए ही है.
बिहार के बाहर का कोई व्यक्ति बिहार की छवि को बदनाम नहीं कर रहा है, बल्कि सुशील मोदी जैसे लोग ही बिहार की छवि को बाहर बदनाम कर रहे हैं. केंद्र सरकार ने एनएच विंग के लिए निर्धारित लक्ष्यों में भी बिहार के हितों की उपेक्षा की गयी है.उन्होंने कहा कि एनएच के मामले में बिहार की सबसे बुरी स्थिति है और केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने वर्ष 2016-17 में एनएच विंग के लिए निर्धारित लक्ष्यों में भी बिहार के हितों की घोर उपेक्षा की है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement