सिर्फ 46% वोटिंग, नगर निगमों में सबसे कम
पटना : पटना नगर निगम के चुनाव में रविवार को सिर्फ 46% मतदान हुआ, जो इस बार प्रदेश के आठ नगर निगमों के हुए चुनावों में सबसे कम है. पिछले नगर निगम चुनाव से भी इस बार वोट प्रतिशत 0.5% कम रहा. यहां तक कि 2014 के लोकसभा और 2015 के विधानसभा चुनावों से भी कम मतदाता नगर सरकार चुनने के लिए बूथ पर पहुंचे. छिटपुट घटनाओं को छोड़ कर मतदान शांतिपूर्ण रहा.
मतगणना नौ जून को होगी. सभी 75 वार्डों में सुबह सात बजे एक साथ मतदान शुरू हुआ, लेकिन मतदाताओं में कोई खास उत्साह देखने को नहीं मिला. सुबह नौ बजे तक 15% और दोपहर एक बजे तक 35% वोट पड़े. लेकिन, इसके बाद सिर्फ 10% मतदाता बूथों पर पहुंच सके और इस तरह वोट प्रतिशत 46 तक ही पहुंच पाया. इसमें पुरुषों की 24% और महिलाओं की 22% भागीदारी रही. राज्यपाल रामनाथ कोविंद, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, भाजपा विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी समेत कई वीआइपी ने मताधिकार का प्रयोग किया. लालू प्रसाद वेटनरी कॉलेज स्थित बूथ पर पत्नी राबड़ी देवी और बड़े बेटे मंत्री तेज प्रताप यादव के साथ वोट डालने पहुंचे.
2012 में 46.5% थी वोटिंग
राज्य निर्वाचन आयुक्त अशोक कुमार चौहान ने बताया कि पटना नगर निगम क्षेत्र में 46% वोट डाले गये, जबकि 2012 में 46.5% मतदान हुआ था. इस नगर निगम क्षेत्र में पहली बार 75 वार्डों में मतदान कराया गया. उन्होंने बताया कि किसी भी वार्ड से पुनर्मतदान की सूचना नहीं है.
चुनाव के निर्वाची पदाधिकारी सह डीडीसी अमरेंद्र कुमार ने कहा कि वार्ड संख्या 23 से गलत वोटिंग की सूचना दी गयी थी. उसकी तुरंत मजिस्ट्रेट से जांच करायी गयी. कोई भी गड़बड़ी की रिपोर्ट नहीं मिली. मतदाता सूची में नाम नहीं होने के कारण वार्ड संख्या 10 के बूथ संख्या 15 व 16 पर मतदाता हंगामा करने लगे. लेकिन, पुलिस बल का प्रयोग करते हुए भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया. इसी तरह से वार्ड संख्या आठ के बूथ संख्या नौ, 10, 19, 20 व 21 के बाहर प्रत्याशी रीता रानी और आभा लता के समर्थकों के बीच मारपीट हुई. इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
बारसोई में 71% मतदान
निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि कटिहार जिले की नवगठित बारसोई नगर पंचायत में 71% मतदान हुआ है, वहीं मुंगेर नगर निगम के वार्ड संख्या 32 में 62% मतदाताओं ने मतदान किया. इस वार्ड की मतगणना भी पूरी हो गयी है. यहां से रूमा राज को निर्वाचित घोषित कर दिया गया है. जबकि बारसोई नगर पंचायत की मतगणना छह जून को होगी. उन्होंने बताया कि नगरपालिका आम चुनाव के अंतिम चरण में सात जून को मतदान कराया जायेगा.
इस बार पूर्णिया, कटिहार, बेगूसराय में चुनाव नहीं होना है, जबकि छपरा नगर निगम में चुनाव पर हाइकोर्ट ने रोक लगायी है. शेष िनगमों में िवगत 21 मई को वोट डाले गये थे.
सुशील मोदी को करना पड़ा इंतजार
कुछ वार्डों से इवीएम में खराबी की सूचना मिली, जिन्हें तुरंत बदल कर मतदान शुरू करा दिया गया. वार्ड नंबर 43 के बूथ संख्या 14 पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी पत्नी के साथ मतदान करने पहुंचे. लेकिन, वहां इवीएम खराब होने से सुशील मोदी को उसके ठीक होने का इंतजार करना पड़ा. वार्ड संख्या 69 के संस्कृत मध्य विद्यालय, मंसूरचक के बूथ संख्या आठ पर इवीएम बदल कर आधे घंटे में मतदान शुरू कराया गया.
इसी तरह से वार्ड संख्या 43 के संत जोसेफ स्कूल के बूथ संख्या 14 और वार्ड संख्या 61 के मध्य विद्यालय, महेशपुर के बूथ संख्या तीन पर इवीएम बदली गयी. वार्ड नंबर 11 के बूथ नंबर 7 पर इवीएम खराब हो गयी. उसमें प्रत्याशी के सामने का बटन काम नहीं कर रहा था. नगर निगम चुनाव के निर्वाची पदाधिकारी सह डीडीसी अमरेंद्र कुमार ने बताया कि चुनाव कर्मियों की लापरवाही के कारण ऐसी स्थिति आयी, जिसे शीघ्र ही नियंत्रित कर लिया गया.