मोबाइल को 5जी नेटवर्क में अपग्रेड करने के नाम पर लोगों को शिकार बना रहे हैं साइबर ठग

ऑनलाइन ठगी से रहें सावधान, नये-नये तरीकों से लोगों को बना रहे शिकार

By Prabhat Khabar Print | May 26, 2024 9:44 PM

नवादा कार्यालय. आर्थिक अपराध इकाई बिहार सरकार के गृह विभाग ने लोगों को सावधान करते हुए बताया है कि साइबर ठग नये-नये तरीकों से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. इससे सावधान रहने की जरूरत है. साइबर लिंक भेज कर मोबाइल को 4जी से 5जी नेटवर्क में अपग्रेड करने के नाम पर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. शहर के कई मोबाइल धारकों को इस प्रकार का मैसेज आया है. मैसेज प्राप्त करने वाली सुमन कुमारी वर्मा ने कहा कि नया मोबाइल लेने पर नेटवर्क अपग्रेड करने को लेकर मैसेज आया, जिसमें लिंक दबाकर ओटीपी देने के लिए कहा जा रहा था.

लिंक पर क्लिक करते ही अकाउंट हो जाता है साफ:

साइबर अपराधी सीधे-साधे लोगों को शिकार बनाने के लिए एक नया तरीका अपनाया है. इसमें लोगों के मोबाइल पर लिंक भेज कर उसे क्लिक करने के लिए कहा जाता है. लोगों को बताया जाता है कि इस प्रक्रिया को करने से आपका मोबाइल फोन 4जी से 5जी में अपग्रेड हो जायेगा. और लोग उत्साहित होकर लिंक को क्लिक कर देते है. इस तरह से लिंक पर क्लिक करते ही उपभोक्ता का अकाउंट साफ हो जाता है.

मोबाइल को कर लेते हैं हैक:

4जी से 5जी में अपग्रेड करने के नाम पर लोगों के मोबाइल पर साइबर ठग लिंक भेजा जाता है. और उसे क्लिक करने को कहा जाता है. क्लिक करते ही मोबाइल हैंग हो जाता है. तथा अपराधी मोबाइल हैंग कर आपकी डाटा भी चुरा सकते हैं. साथ ही उससे जुड़ा हुआ बैंक खाता से पैसे की निकली भी निकासी भी कर ली जाती है .

रहे सतर्क जागरूक और सुरक्षित:

गृह विभाग बिहार सरकार ने लोगों को आगह करते हुए कहा है कि कंप्यूटर वायरस तोरोजन, ब्राउंस आदि से बचाव के लिए एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का उपयोग करें. अपने सिस्टम पर डाउनलोड करने से पहले सभी इमेल अटैचमेंट और फाइलों को स्कैन करें. गोपनीय, निजी जानकारी का अनुरोध करने वाले संदिग्ध इमेल, मैसेज से सावधान रहें और उसका जवाब किसी भी परिस्थिति में न दें. किसी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजे गए वेब लिंक पर क्लिक न करें. इस प्रकार के उपाय को अपना कर साइबर ठगी से बची जा सकती है.

थाने को दें जानकारी:

आपके मोबाइल पर कोई अनजान व्यक्ति किसी वेब लिंक पर भेजता है. अथवा आपसे कोई गोपनीय जानकारी प्राप्त करने का प्रयास करता है. तो ऐसी स्थिति में इसकी जानकारी निश्चित तौर पर सेमेस्टर इसकी जानकारी इसकी जानकारी साइबर थाना को दें. साइबर थाना के अधिकारियों ने कहा कि जिला में साइबर अपराध को राेकने के लिए लगातार काम किया जा रहा है. जांच में कई साइबर अपराधियाें को पकडा भी गया है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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