इंजीनियरिंग कॉलेज के निर्माण का रास्ता साफ

जनवरी 2016 से ही तलाशी जा रही थी जमीन नवादा नगर : तकनीकी शिक्षा के तहत जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज खोले जाने की मांग वर्षों से की जा रही है. सरकार की स्वीकृति के बाद जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज खोले जाने की स्वीकृति तो मिल गयी है, लेकिन यह धरातल पर मूर्त रूप ले सके, […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 29, 2017 7:44 AM
जनवरी 2016 से ही तलाशी जा रही थी जमीन
नवादा नगर : तकनीकी शिक्षा के तहत जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज खोले जाने की मांग वर्षों से की जा रही है. सरकार की स्वीकृति के बाद जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज खोले जाने की स्वीकृति तो मिल गयी है, लेकिन यह धरातल पर मूर्त रूप ले सके, इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा अब तक जमीन का इंतजाम नहीं किया जा सका है. कॉलेज के भवन निर्माण के लिए भूमि की उपलब्धता नहीं होने के कारण जिला के छात्र-छात्राओं को इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए अभी इंतजार करना होगा. विभाग द्वारा जिस जमीन को प्रस्ताव के लिए चुना गया है, उस पर अभी अंतिम मुहर नहीं लगी है.
तकनीकी शिक्षा का मिलेगा लाभ:जिला की प्रतिभाओं को तकनीकी शिक्षा पाने के लिए राज्य के दूसरे जिलों या राज्य के बाहर का रूख करना पड़ता है. सरकारी संस्थाओं में नामांकन नहीं होने की सूरत में प्राइवेट संस्थानों में मुंह मांगे रुपये देकर एडमिशन लेना पड़ता है. जिले में बननेवाले इस तकनीकी कॉलेज का निर्माण हो जाता है, छात्रों को लाभ मिलेगा.
पहले महुली के पास खोजी गयी थी जमीन: जिला प्रशासन की ओर से इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए शहर के निकट महुली गांव के पास साढ़े सात एकड़ जमीन खोजी गयी थी, लेकिन गया से आयी टीम ने इसे रिजेक्ट कर दिया. टीम की ओर से कहा गया था आहर की जमीन थी इसलिए स्वीकृति नहीं दी गयी. इंजीनियरिंग कॉलेज बनाने के लिए सात से आठ एकड़ जमीन की आवश्यकता है.
क्या कहते हैं अधिकारी: भूमि सुधार पदाधिकारी नंद किशोर चौधरी ने कहा कि बुधौल के पास इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए जमीन की तलाश की जा रही है. सात एकड़ जमीन का प्रस्ताव राज्य को भेज दिया गया है. सीएम के दौरे के पहले यह प्रस्ताव भेजा गया था. आशा है जल्द ही प्रस्तावित जमीन पर इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए निर्माण का काम शुरू हो जायेगा.

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