एक हैंडल की खातिर चली गयी दो युवकों की जान

सोमवार को हुआ था हादसा, परिजन सदमे में वारिसलीगंज : सोमवार को शहर के स्टेशन रोड के फौजी साव गली निवासी गोपी कुमार व बबलू लहेड़ी की मौत महज एक जेनेरेटर का हैंडिल को लेकर हो गयी. जबकि हैंडिल का कीमत मुश्किल से सौ रुपया रहा होगा. हालांकि दोनों युवक की मौत इस बहाने होना […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 23, 2017 10:50 AM

सोमवार को हुआ था हादसा, परिजन सदमे में

वारिसलीगंज : सोमवार को शहर के स्टेशन रोड के फौजी साव गली निवासी गोपी कुमार व बबलू लहेड़ी की मौत महज एक जेनेरेटर का हैंडिल को लेकर हो गयी. जबकि हैंडिल का कीमत मुश्किल से सौ रुपया रहा होगा. हालांकि दोनों युवक की मौत इस बहाने होना था और हुआ भी. गोपी की मां आशा देवी व बबलू की पत्नी पार्वती देवी सहित दो मासूम बच्चे 24 घंटे बीत जाने के बाद भी बेहोशी की हालत में है. मृतक के परिजन अभी तक कुछ बोल नहीं पा रहे हैं. परिजनों के मुंह से सहसा बार-बार निकल रहा है, किसके भरोसे जिंदगी बसर होगी. लोगों के समझाने पर भी परिजन पर नहीं दुख कम नहीं हो रहा है.

मासूम पुत्र ने दी मुखाग्नि

मृतक चाचा-भतीजा का शव पोस्टमार्टम के बाद सोमवार की देर घर पहुंचा. जिसका अंतिम संस्कार मंगलवार को किया गया. मृतक गोपी को भाई विक्की व बबलू को मासूम पुत्र चार वर्षीय विशाल ने मुखाग्नि दिया. स्थानीय श्मशान घाट पर जिस समय मासूम पुत्र ने पिता को मुखाग्नि दिया. वहां उपस्थित लोगों का कलेजा कांप गया था. सभी लोग काफी दुखी थे. हालांकि कुछ लोग कहते दिखे कि भगवान ऐसा दुख किसी को नहीं देना.

सहायता राशि पर आस

एक मृतक के पत्नी व दूसरे की मां को अब सरकार द्वारा दी जानेवाली सहायता राशि पर ही भरोसा बचा है, क्योंकि दोनों घर का कमाऊ सदस्य दुनिया छोड़ गया. ऐसे में भरोसा होना लाजिमी भी है. हालांकि सदर एसडीओ राजेश कुमार ने रविवार को ही मृतक के परिजनों को आपदा प्रबंधन विभाग से चार-चार लाख की सहायता राशि दिलाने का भरोसा दिलाया.

दिन भर होती रही चर्चा

शहर के दो युवक की असामयिक मौत के बाद वारिसलीगंज बाजार के तमाम चौक-चौराहों के अलावा अन्य स्थानों पर लोगों के बीच सोमवार को पूरे दिन चर्चा होती रही. चर्चा के दौरान सभी लोग इस घटना से अचंभित थे कि आखिर ऐसा क्या हुआ, जो दोनों युवक काल के गाल में समा गये.

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