मुजफ्फरपुर: तीन जून को बिहार भवन में एक हजार पैकेट जैविक शाही लीची पहुंच जायेगी. यहां से यही लीची राष्ट्रपति के साथ-साथ लोकसभा अध्यक्ष, केंद्रीय मंत्रियों व सांसदों को मुजफ्फरपुर की सौगात के रूप में भेंट की जायेगी. जिला प्रशासन ने लीची भेजने के लिए पताही स्थित राधा कृष्ण इम्पैक्स को अधिकृत कर दिया है. यह एजेंसी किसानों से लीची लेकर एक हजार पैकेट लीची दिल्ली भेजेगी. एजेंसी को इसके बदले जिला प्रशासन भुगतान करेगा.
एनडीसी ने बताया कि सौ लीची का एक पैकेट तैयार किया जायेगा. और सौ पैकेट लीची बिहार भवन जायेगी. लीची पैकेजिंग में एजेंसी को सभी मानकों का पूरा ध्यान रखना है. लीची की लाली, मिठास, कीट-व्याधि, फलों का साइज व सुगंध प्रमुख मानक हैं.
इधर, क्वालिटी कमेटी में शामिल अधिकारियों व वैज्ञानिकों का दावा है कि वैसे बागों का चयन किया है जहां जैविक विधि से लीची का उत्पादन विगत तीन वर्षों से किया जा रहा है. कांटी, मुशहरी व बोचहां में लीची देखने के बाद किसानों के नाम की सूची लीची भेजने वाली एजेंसी को सौंप दिया गया है. प्रोसेसिंग के बाद बिहार भवन में ए ग्रेड की शाही लीची भेजी जायेगी.
हालांकि, एक अधिकारी ने बताया, इस वर्ष लीची को मौसम का साथ नहीं मिला, इस कारण फल का साइज अच्छा नहीं है. कई बड़े किसानों ने एजेंसी को लीची आपूर्ति से हाथ खड़ा कर रहे हैं. उन्होंने साफ कह दिया है कि उनके पास अच्छी साइज की लीची नहीं है. मौसम अच्छा नहीं रहने के कारण मिठास भी कम आये हैं. ऐसे में अपनी शाही लीची की बदनामी नहीं करवा सकते हैं.