इससे सबसे ज्यादा प्रभावित शहरी इलाका ही रहा. लोग बिजली-पानी के लिए बेचैन रहे, लेकिन एस्सेल के लचर आपूर्ति सिस्टम के कारण बिजली रहते उपभोक्ताओं को इससे वंचित होना पड़ा. माड़ीपुर, चंदवारा आदि इलाके में दोपहर तीन बजे के आसपास बिजली चालू की गयी. इसके अलावा भगवानपुर, खबड़ा, कांटी, गायघाट, भटौना, मड़वन, करजा इलाके की बिजली भी दोपहर तक गायब रही.
Advertisement
दिनभर गुल रही बत्ती, कहीं टूटा तार तो कहीं फ्यूज उड़ने से बढ़ी परेशानी
मुजफ्फरपुर: अचानक मौसम में हुए बदलाव और मूसलाधार बारिश के साथ तेज हवाओं से मंगलवार की सुबह जिले की बिजली आपूर्ति कुछ घंटों के लिए ठप हो गयी. सुबह पांच से नौ बजे तक जिले के दोनों ग्रिड हाइवोल्टेज के कारण बंद रहा. इस बीच चार घंटे तक जिले में कहीं भी बिजली की आपूर्ति […]
मुजफ्फरपुर: अचानक मौसम में हुए बदलाव और मूसलाधार बारिश के साथ तेज हवाओं से मंगलवार की सुबह जिले की बिजली आपूर्ति कुछ घंटों के लिए ठप हो गयी. सुबह पांच से नौ बजे तक जिले के दोनों ग्रिड हाइवोल्टेज के कारण बंद रहा. इस बीच चार घंटे तक जिले में कहीं भी बिजली की आपूर्ति नहीं हुई. नौ बजे के बाद जब ग्रिड से आपूर्ति शुरू हुई, तब एस्सेल का सिस्टम लोड लेना ही बंद कर दिया. तकनीकी खामियां व जगह-जगह फाॅल्ट के कारण अधिकतर फीडर ब्रेक डाउन हो गया.
दोपहर तक शहर की गुल रही बत्ती. एस्सेल के आपूर्ति सिस्टम तीन सालों में कितना मजबूत हुआ है. इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि ग्रिड नौ बजे से बिजली देना शुरू कर दिया, लेकिन एस्सेल दोपहर तक अपने इलाके में बिजली आपूर्ति को नहीं बहाल कर पाया. ग्रिड के मुताबिक दोपहर 12 बजे तक कंपनी मात्र 25-30 मेगावाट बिजली ही सप्लाई की. धीरे-धीरे जब उसने फॉल्ट को ठीक करना शुरू किया. इसके बाद लोड बढ़ा. माड़ीपुर, खबड़ा, भगवानपुर, चंदवारा के साथ अधिकतर शहरी 33 केवीए फीडर ब्रेक डाउन रहा. 33 केवीए लाइन को जब कंपनी ठीक कर पीएसएस तक बिजली आपूर्ति को शुरू किया, तब 11 केवीए लाइन जवाब देना शुरू कर दिया.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement