मोतीझील स्थित एक होटल में पुलिस ने की छापेमारी, गिरफ्तार
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नौकरी का झांसा देकर छात्रा से किया दुष्कर्म
मोतीझील स्थित एक होटल में पुलिस ने की छापेमारी, गिरफ्तार मुजफ्फरपुर : मोतीझील स्थित एक होटल में छात्रा को नौकरी दिलाने के नाम पर उसके साथ दुष्कर्म किया गया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने छापेमारी कर छात्रा को बरामद कर लिया है साथ ही आरोपित युवक को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जाता है कि […]
मुजफ्फरपुर : मोतीझील स्थित एक होटल में छात्रा को नौकरी दिलाने के नाम पर उसके साथ दुष्कर्म किया गया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने छापेमारी कर छात्रा को बरामद कर लिया है साथ ही आरोपित युवक को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जाता है कि युवक छात्रा के पड़ोस के गांव का है.
सकरा थाना क्षेत्र के एक गांव की रहनेवाली युवती ग्रेजुएशन प्रथम वर्ष की छात्रा है. कॉलेज आने-जाने के क्रम में पड़ोसी गांव के एक शादीशुदा युवक से पांच माह पहले उसकी जान-पहचान हो गयी थी. इधर कुछ दिनों से युवक हरेराम उसे नौकरी दिलाने का झांसा दे रहा था. बुधवार को छात्रा कॉलेज आयी थी. इसी बीच हरेराम ने छात्रा के मोबाइल पर फोन कर नौकरी के इंटरव्यू के लिए मोतीझील स्थित एक होटल के पास बुलाया. छात्रा सुबह करीब 11 बजे मोतीझील स्थित उक्त होटल के पास पहुंची. हरेराम उसके पास आया और होटल के अंदर ले जाकर उससे जबरदस्ती करने लगा. छात्रा ने जब विरोध किया, तो डरा-धमका कर जबरन उसके साथ दुष्कर्म किया.
छात्रा के विरोध करने और चिल्लाने की आवाज बगल के कमरे में ठहरे एक बुजुर्ग तक पहुंची. उन्होंने एसएसपी को फोन कर होटल का नाम और कमरे का नंबर देते हुए कार्रवाई का आग्रह किया. सूचना मिलते ही एसएसपी ने नगर थानेदार केपी सिंह को शीघ्र उक्त होटल पर छापेमारी करने का आदेश दिया. एसएसपी के आदेश पर सक्रिय हुई नगर पुलिस ने दोपहर 12.15 बजे वहां छापेमारी कर पीड़िता को बरामद कर लिया. साथ ही आरोपित हरेराम को भी गिरफ्तार कर लिया.
नगर डीएसपी आशीष आनंद ने नगर थाने पहुंच उससे पूछताछ की. वरीय अधिकारियों के निर्देश के बाद पुलिस ने पीड़ित छात्रा के बयान पर हरेराम के विरुद्ध दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी.
सहायक अवर निरीक्षक रविशंकर सिंह को इस कांड का अनुसंधानक बना पीड़ित छात्रा को चिकित्सकीय जांच के लिए दोपहर ढाई बजे सदर अस्पताल भेजा गया. लेकिन अस्पताल में मौजूद चिकित्सक उसकी जांच में टालमटोल करने लगे. कोर्ट और कानून का हवाला देते हुए गुरुवार को चिकित्सकीय जांच की बात कही. चिकित्सकों के इस नकारात्मक रवैये से क्षुब्ध थानेदार केपी सिंह दल-बल के साथ सदर अस्पताल पहुंच गये. जांच में टालमटोल कर रहे चिकित्सकों को कानून का वास्ता देकर जांच करने की बात कही.
इसके बाद भी चिकित्सक व अस्पताल प्रशासन उन्हें कोर्ट का आदेश लाने के बाद ही जांच करने के अपने फैसले को सुनाया, तो उन्होंने दुष्कर्म के मामले में चिकित्सकीय जांच में टालमटोल बरतने वालों पर न्यायालय द्वारा जारी गिरफ्तारी आदेश दिये जाने का हवाला दिया. साथ ही जांच नहीं करने पर गिरफ्तार कर लेने की भी चेतावनी दी. इसके बाद डीएस एनके चौधरी के कक्ष में मौजूद चिकित्सक और थानेदार केपी सिंह सहित अन्य पुलिसकर्मियों के बीच टकराव शुरू हो गया. एक घंटे तक दोनों के बीच चले तकरार को वहां उपस्थित आम जन भी सुन रहे थे. वहां उपस्थित कुछ लोगों ने पुलिस के पक्ष में होकर डीएस कक्ष के बाहर हंगामा करना शुरू कर दिया. इस हालात को देख चिकित्सकों में हड़कंप मच गया.
इधर, जब पुलिस और चिकित्सक के बीच जांच के लिए टकराहट हो रही थी, उधर जांच का इंतजार कर रही पीड़िता को किसी अस्पतालकर्मी ने चिकित्सकीय जांच कराने पर जेल जाने की बात कह डरा दिया. इसके बाद पीड़िता जोर-जोर से रोने लगी और जांच से इनकार कर दिया. बाद में वहां उपस्थित उसके परिजनों ने उसे समझाया, तो फिर जांच के लिए तैयार हो गयी.
देर शाम हुई जांच
पीड़िता के जांच के लिए तैयार होने के बाद देर शाम दो महिला चिकित्सकों ने उसकी चिकित्सकीय जांच की. जांच के बाद पीड़िता को लेकर पुलिस टीम अस्पताल से थाने पहुंची. इस संबंध में थानेदार केपी सिंह ने बताया कि चिकित्सक गुरुवार को जांच के लिए कह रहे थे. देर होने पर साक्ष्य नष्ट होने की संभावना थी. इसलिए उनसे शीघ्र जांच का अनुरोध किया जा रहा था.
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