मुजफ्फरपुर: रिश्वत वाले मामले में डाक घर से जब्त पोस्टिंग फाइल से कई राज खुलने की बात सामने आ रही है. श्री नारायण प्रसाद ने शुक्रवार को पूछताछ में अब तक नियुक्त कर्मचारियों की जानकारी सीबीआइ को दी है.
पूछताछ में यह बात भी सामने आयी है कि पोस्टिंग कराने के एवज में रिश्वत की आधी से अधिक राशि वरीय अधिकारी को चढ़ावा के रूप में चली जाती थी. श्री नारायण से मिली जानकारी के बाद सीबीआइ अब तक की पोस्टिंग की पूरी डिटेल डाकघर से मांगी है. पूछताछ में यह बात भी सामने आयी है कि डाकघर में पोस्टिंग में मोटी रकम का खेल हुआ है.
सीबीआइ के डीआइजी विजय कुमार ने कहा कि अभी पूछताछ की जा रही है. पूछताछ में कई बात सामने आयी हैं. श्री नारायण के पकड़े जाने के बाद डाकघर के कई अधिकारियों में हड़कंप है. शुक्रवार को पीएमजी कार्यालय में अधिकारी कम व कर्मचारी अधिक दिखाई दे रहे थे. सीबीआइ ने हिरासत में लिये गये श्री नारायण को तबीयत खराब होने के कारण घर जाने की इजाजत दे दी है. उसे शहर से बाहर कहीं जाने की इजाजत नहीं दी गयी है.
पीएमजी ने श्री नारायण को किया निलंबित
रिश्वत लेते सीबीआइ के हत्थे चढ़े श्री नारायण को पीएमजी विधानचंद्र राय ने निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही नियम 40 की कार्रवाई की जा रही है. इसके बाद नौकरी से बरखास्तगी की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. पीएमजी ने बताया कि कार्रवाई करने के लिए 24 घंटे की समय सीमा रहती है. इसके अंदर ही श्री नारायण पर कार्रवाई की जायेगी. श्री राय ने कहा कि विभाग की ओर से भी जांच की जा रही है कि इस पोस्टिंग के एवज में रिश्वत लेने में कौन अधिकारी शामिल हैं. इसके साथ ही फिलहाल किसी भी कर्मचारी की पोस्टिंग पर रोक लगा दी गयी है. सीबीआइ ने गुरुवार को गौशाला रोड स्थित पीएमजी कार्यालय में कार्यरत श्री नारायण को पोस्टिंग के एवज में डाकिया जितेंद्र गुप्ता से 15 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा था.