मुजफ्फरपुर : भवन निर्माण विभाग में टेंडर से पहले ही संवेदकों द्वारा काम करने के मामले में प्रभात खबर में प्रमुखता से खबर छापे जाने के बाद टेंडर को रद्द कर दिया है. भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता ने टेंडर रद्द करने की सूचना अपने कार्यालय के बाहर लगा दी है. साथ ही विभाग के अधीक्षण अभियंता को भी इसकी सूचना दे दी है. कार्यपालक अभियंता अमृत राम ने संवेदकों द्वारा टेंडर की प्रक्रिया पूरी किये बिना काम कराये जाने के मामले में जांच के भी निर्देश दिये हैं.
उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच करायी जा रही है. जांच के दौरान जो बातें सामने आएगी उसे वरीय पदािधकारी को अवगत कराया जाएगा.
सरकारी भवनों की मरम्मत के 154 कामों के लिए निकाला गया था टेंडर
कार्यपालक अभियंता ने टेंडर रद्द करने की सूचना कार्यालय के बाहर लगायी
टेंडर की प्रक्रिया पूरी किये बिना काम कराये जाने के मामले में जांच के निर्देश
दस फरवरी को प्रभात खबर में प्रकाशित हुई थी खबर
अपरिहार्य कारण से टेंडर को रद्द कर दिया गया है. चार-पांच दिनों बाद फिर से टेंडर निकाला जायेगा. टेंडर की प्रक्रिया पूरी किये बिना ही संवेदकों द्वारा काम कराने की जो बात सामने आयी है, उसकी जांच करायी जा रही है.
अमृत राम, कार्यपालक अभियंता, भवन निर्माण विभाग
टेंडर की प्रक्रिया छह फरवरी को होनी थी पूरी
भवन निर्माण विभाग ने सरकारी भवनों की मरम्मत के लिए टेंडर निकाला था. इस टेंडर की प्रक्रिया छह फरवरी तक पूरी करनी थी, लेकिन कुछ संवेदकों ने टेंडर निकलने से पहले ही अधिकांश जगहों पर काम पूरा कर लिया. इसी दौरान जब अखबार में यह खबर प्रकाशित हो गयी, तो आनन-फानन में इस टेंडर को रद्द कर दिया गया. यहां बता दें कि भवन निर्माण विभाग को मार्च तक 18 करोड़ रुपये सरकारी भवनों के रिपेयरिंग के लिए मिले हैं. इसमें सरकारी भवनों की मरम्मत के 154 कामों के लिए टेंडर निकाला गया था. टेंडर निकलने के बाद संवेदकों ने बिना प्रक्रिया पूरी किये ही सदर अस्पताल, एसकेएमसीएच, एमआइटी, होम्योपैथिक कॉलेज और एएनएम प्रशिक्षण स्कूल की मरम्मत, चहारदीवारी, टाइल्स लगाने और रंग-रोगन का किया जाने लगा.