मुजफ्फरपुर: 26 नवंबर 2012 को चक्रवर्ती लेन के पास मिले नाले से कंकाल मामले की फाइल अब सीबीआइ भी खंगालेगी. एसएसपी को पत्र लिख कर सीबीआइ ने कंकाल मामले में दर्ज प्राथमिकी की पूरी रिपोर्ट तलब की है. केस डायरी से लेकर कंकाल मिलने के बाद पुलिस की अब तक की गयी कार्रवाई से सीबीआइ रूबरू होगी. बताया जाता है कि सीबीआइ का पत्र मिलने के बाद नगर पुलिस कंकाल मामले की फाइल ठीक करने में जुटी है.
नाले से मिले कंकाल मामले का अनुसंधान वर्तमान में नगर थानाध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद कर रहे है. कंकाल मिलने पर पुलिस ने पटना स्थित एफएसएल व पीएमसीएच के डॉक्टर से जांच करायी थी. जांच के क्रम में पता चला कि कंकाल 13 से 15 साल के लड़की है, जिसकी मौत कंकाल मिलने के कई दिन पूर्व हुई थी. रिपोर्ट मिलने के बाद नगर पुलिस इस पूरे मामले को नवरूणा प्रकरण से जोड़ कर जांच कर रही थी. जांच रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस की टीम कई बार नवरूणा के माता-पिता से डीएनए जांच के लिए ब्लड सैंपल देने का अनुरोध की थी. लेकिन परिजनों ने ब्लड सैंपल देने से इनकार कर दिया था.
परिजनों का कहना था कि वे किसी भी कीमत पर डीएनए टेस्ट के लिए तैयार नहीं है. नगर पुलिस कोर्ट के आदेश पर भी ब्लड सैंपल देने का अनुरोध की थी, लेकिन उसके बाद भी परिजन तैयार नहीं हुए थे. परिजन बार-बार पूरे मामले की सीबीआइ जांच की मांग कर रहे थे. जनवरी 2013 में मामला सीआइडी के हवाले हो जाने के बाद जांच की गति धीमी पड़ गयी. सीआइडी फिर से नये सिरे से नवरूणा कांड की जांच की, लेकिन कोई नतीजे पर नहीं पहुंच पायी.
कन्हाई पटेल की हत्या की भी मांगी फाइल : सीबीआइ नवरूणा कांड की गुत्थी सुलझाने के लिए एक-एक कड़ी को जोड़ने में जुटी है. सीबीआइ ने कन्हाई पटेल की हत्या की फाइल भी पुलिस से मांगी है. बताया जाता है कि नवरूणा के अपहरण के बाद पुलिस ने इस केस में भूमि माफियाओं का नाम बार-बार परिजनों के बताने के बाद जेल से कन्हाई पटेल को रिमांड पर लिया था. रिमांड पर लेकर उससे लंबी पूछताछ की गयी थी, लेकिन कोई सुराग नहीं लग पाया था. कुछ माह पूर्व कन्हाई पटेल जेल से जमानत पर बाहर आ गया था. 6 दिसंबर 2013 की शाम कल्याणी के पास प्रिंस होटल के नजदीक कन्हाई पटेल को दो अपराधियों ने गोली मार दी थी. आनन-फानन में उसे इलाज के लिए बैरिया लाया गया, जहां से उसे पटना रेफर कर दिया गया था. 8 दिसंबर को पटना में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी थी. बताया जाता है कि 6 दिसंबर की रात वह प्रिंस होटल के समीप खड़ा था. इसी बीच उस पर दो युवकों ने फायर कर दिया था. गोली लगते ही कन्हाई सड़क पर गिर पड़ा. इस मामले में राजेश उर्फ हनुमान व विजय सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. कन्हाई के खिलाफ कई जिलों में दर्जनों मामले दर्ज है. वह लूट, रंगदारी जैसे संगीन अपराध में वह कई बार जेल जा चुका है. नवरूणा अपहरण कांड में भी पुलिस ने उससे पूछताछ की थी. हत्या के एक केस में कन्हाई पर ट्रायल चल रहा था. उसे उस केस में सजा होने वाला था.
आज पटना में होगी दोनों आइओ से पूछताछ : नवरूणा कांड की गुत्थी सुलझाने के लिए सीबीआइ पूरे गहराई से जांच कर रही है. मंगलवार को सीबीआइ टीम नवरूणा कांड के प्रथम आइओ अमित कुमार (पानापुर ओपी प्रभारी) व दूसरेआइओ नगर थानाध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है. इन दोनों से पटना में मंगलवार को पूछताछ की जायेगी. नवरूणा का अपहरण के बाद उस समय नगर थाने में तैनात दारोगा अमित कुमार आइओ बनाया गया था. बाद में मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्कालीन एसएसपी राजेश कुमार ने नगर थानाध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद को केस का चार्ज लेकर स्वयं अनुसंधान करने का निर्देश दिया था. नवरूणा के पिता अतुल्य चक्रवर्ती बार-बार पूरे अपहरण कांड में भूमि माफियाओं का नाम ले रहे थे. वे बार-बार अमित कुमार का नार्को टेस्ट कराने की मांग करते रहे है. इन दोनों अधिकारियों से पूछताछ के बाद सीबीआइ कई अन्य पुलिस पदाधिकारियों को भी नोटिस जारी करेगी.
पुलिस अधिकारी की मांगी सूची : कंकाल मिलने के समय घटनास्थल पर कौन-कौन से पुलिस अधिकारी मौजूद थे. इसकी सूची सीबीआइ ने एसएसपी को पत्र लिख कर मांगी है. पुलिस को कंकाल मिलने की सूचना किसने दी. सूचना मिलने के बाद कौन-कौन पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे. घटना के दिन की पूरी कार्रवाई की रिपोर्ट पुलिस से तलब की गयी है. बताया जाता है कि 26 नवंबर को जिस जगह से कंकाल बरामद किया गया था, वहां की तस्वीर सीबीआइ के पास मौजूद है.
नहीं पहुंची टीम : सीबीआइ की टीम सोमवार को मुजफ्फरपुर नहीं पहुंची. शुक्रवार को ही टीम पूरे मामले की जांच पड़ताल कर वापस लौट गयी थी. निगम की ओर से जवाब उपलब्ध कराये जाने के बाद पटना में ही निदान के मैनेजर प्रमोद कुमार सिंह से पूछताछ की गयी थी. पूछताछ के दौरान उसने कई सफाई कर्मी व अन्य स्टाफ के नाम बताये थे. सीबीआइ की टीम उन मजदूरों से ्पूछताछ करने एक-दो दिनों के अंदर मुजफ्फरपुर पहुंचेगी.
अब तक छह लोगों से पूछताछ
14 फरवरी को नवरूणा मामले की प्राथमिकी दर्ज करने के बाद सीबीआइ की टीम अब तक आधा दर्जन लोगों से पूछताछ कर चुकी है. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद टीम के सदस्यों ने गोपनीय तरीके से कई जानकारी जुटायी थी. उसके बाद अतुल्य व मैत्री चक्रवर्ती से पूछताछ की थी.इन दोनों से दो दिनों तक पूछताछ के बाद नगर निगम से सात बिंदु पर जवाब मांगा गया था. निगम से जवाब मिलने पर अंचल निरीक्षक मनोज कुमार सिंह से परिसदन में घंटों पूछताछ की गयी. वही पटना में ही निदान के मैनेजर से भी सीबीआइ ने पूछताछ कर कई जानकारी हासिल की थी. वही मंगलवार को नवरूणा मामले के आइओ से पूछताछ होगी.