मुजफ्फरपुर : मीनापुर के तालिमपुर में चाय-पावरोटी खाने से बेहोश हुए पांच लोगों में रविवार की शाम दो बच्चों की मौत हो गयी. सभी का इलाज एसकेएमसीएच में चल रहा था. सुबह में पावरोटी खाने के बाद बेहोश हुए लोगों को पहले मीनापुर पीएचसी लाया गया. लेकिन सीरियस होने के कारण सभी को एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया था.
हालांकि, इस घटना की जानकारी मीनापुर पीएचसी प्रभारी ने सिविल सर्जन डॉ ललिता सिंह को नहीं दी. सूचना मिलने के बाद रात में सीएस ने फूड प्वाइजनिंग की जांच के लिए क्षेत्र में डॉक्टरों की टीम भेजने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि फूड इंस्पेक्टर के अलावा चिकित्सकों का दल सोमवार को गांव जाकर मामले की जांच करेगा.
विभाग ने ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर कभी भी पांव रोटी सहित पैकेटबंद खाद्य-पदार्थों की जांच नहीं की. दुकानदार ऐसे खाद्य पदार्थ को वापस करने की अपेक्षा उसे बेच देते हैं. खाद्य पदार्थ की जांच नहीं होने के कारण अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों में फूड प्वाइजनिंग का केस आता है. जब कोई घटना घटती है तो कुछ समय के लिए विभाग सक्रिय होता है, लेकिन बाद में फिर उदासीन हो जाता है. मीनापुर में भी इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग सजग हुआ है.
शहरों में भी फूड सेफ्टी विभाग की ओर से नियमित अंतराल पर जांच नहीं की जाती. जब भी कभी डीएम के जनता दरबार या मानवाधिकार अायोग में कोई मामला आता है तो दो-तीन दुकानों में जांच कर विभाग कोरम पूरा कर लेता है. लेकिन कभी भी नियमित अंतराल पर जांच नहीं की जाती. अगर कहीं से सैंपल भी लिया जाता है तो लैब में जाने के बाद वह सैंपल शुद्ध माना जाता है. ऐसी स्थिति में लोगों की सेहत कितनी सुरक्षित है, यह कहना मुश्किल है.