मुजफ्फरपुर/हथौड़ी: आर्म्स एक्ट के अभियुक्त को पकड़ने गये हथौड़ी के प्रभारी थानाध्यक्ष को लोगों ने तीन घंटे तक बंधक बनाते हुए रस्सी से बांध दिया. यहीं नहीं, थानाध्यक्ष के साथ गये सिपाही के साथ मारपीट भी की गयी. रात 8 बजे के करीब थानाध्यक्ष को कड़ी मशक्कत के बाद मुक्त कराया जा सका. इस बाबत अभियुक्त के पिता समेत कई के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. जानकारी के अनुसार हथौड़ी के प्रभारी थानाध्यक्ष राम नाथ मंडल को सूचना मिली कि आर्म्स एक्ट का अभियुक्त मिथिलेश राम डीह जीवर चौक पर देखा गया है.
सूचना मिलते ही वह सिपाही राम नारायण प्रसाद के साथ सादे लिबास में डीह जीवर चौक पहुंच गये. वहां पर थानाध्यक्ष ने मिथिलेश राम को गिरफ्तार कर लिया. वह बाइक पर उसे बिठा कर चलने ही वाले थे कि मिथिलेश के पिता राजगीर राम दर्जनों महिलाओं के साथ वहां पहुंच कर हमला बोल दिया.
थानाध्यक्ष के साथ धक्का-मुक्की होने लगी. इसी बीच मिथिलेश मौके का लाभ उठा कर फरार हो गया. वही राजगीर के समर्थन में वहां अन्य महिलाएं पहुंच गयी. महिलाओं की फौज ने थानाध्यक्ष व सिपाही को बंधक बनाते हुए रस्सी से बांध दिया. दोनों के साथ मारपीट की गयी. इधर,थानाध्यक्ष को बंधक बनाये जाने की सूचना से हड़कंप मच गया. आनन-फानन में मीनापुर, बोचहां, कटरा थाने की पुलिस को मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया गया. तीनों थाने की टीम पहुंचने पर दोनों पुलिसकर्मियों को छुड़ाया जा सका. वही राम नाथ मंडल ने मारपीट की घटना से इनकार करते हुए कहा कि उनके साथ मारपीट नहीं की गयी है.
वही अभियुक्त के पिता का कहना था कि आपसी विवाद में लोगों ने उसके बेटे को गलत मुकदमे में फंसा दिया. पुलिस कर्मी उनके घर में घुस कर महिलाओं से अभद्र व्यवहार कर रहे थे, इसी कारण उन्हें रस्सी से बांध दिया गया.यहां बता दें कि मिथिलेश पर कांड संख्या 79/12 दर्ज है.