मुजफ्फरपुर: पेंटर का काम करने वाले मो साबिर को लूट कांड का आरोपित बनाने का आरोप सदर पुलिस पर लगा है. गुरुवार को पूरे मामले की जानकारी होने पर एसएसपी सौरभ कुमार ने नगर डीएसपी अनिल कुमार को जांच का आदेश दिया है. देर शाम सदर अस्पताल में उसका बयान दर्ज किया गया है. उसने चार लोगों पर मारपीट कर मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाया है.
जानकारी के अनुसार, मो साबिर सदर थाना के धर्मपुर गांव का रहने वाला है. वह पेंटर का काम करता है. 2 फरवरी को समस्तीपुर जिला के वारिसनगर निवासी सत्यजीत कुमार ने उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि 27 जनवरी को वह श्रीराम पुरी जा रहा था.
पांडेय जी के पेट्रोल पंप के पास मो साबिर ने कई लोगों के साथ घेर उसके साथ लूटपाट की थी. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने भगवानपुर चौक से मो साबिर को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के गिरफ्त में आते ही उसकी तबियत खराब हो गयी. उसे आनन-फानन में सदर अस्पताल में भरती कराया गया. गुरुवार को धर्मपुर गांव से दर्जनों लोग अस्पताल पहुंचे. उनका कहना था कि साबिर पेंटर है. सत्यजीत के घर में पेटिंग का काम किया था. बकाया मांगने पर बोलेरो सवार सत्यजीत, अमरजीत व सोनू सहित चार लोगों ने उसके साथ मारपीट की. उल्टे उसके खिलाफ ही केस दर्ज करा दिया. अस्पताल में हंगामा की सूचना पर नगर थानाध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद पहुंचे. उन्होंने लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया. वही धर्मपुर के दर्जनों लोगों ने एसएसपी से मिल कर पूरे मामले की जांच कराने का आग्रह किया. लोगों ने बताया कि दूसरे जिले में तैनात एक पुलिस अधिकारी के दबाव में केस दर्ज किया गया है. एसएसपी का कहना था कि मो साबिर का बयान लिया गया है. उसके बयान पर भी अलग से मामला दर्ज होगा. वही इसमें जो भी दोषी होंगे. उन पर कार्रवाई की जायेगी.
थानाध्यक्ष से स्पष्टीकरण
एसएसपी सौरभ कुमार ने बरुराज थानाध्यक्ष चंद्रिका राम से एक मामले में कार्रवाई नहीं करने पर स्पष्टीकरण की मांग की है. वही दुकानदार महमुद आलम ने एसएसपी से मिल कर 15 जनवरी को दुकान पर हमला करने में कार्रवाई नहीं होने पर शिकायत दर्ज करायी है. उसका कहना था कि जिला परिषद मार्केट में दुकान है.दुकान खाली करने को लेकर 1 जनवरी व 15 जनवरी को दुकान में घुस कर मारपीट की गयी. सूचना के
बाद भी ब्रrापुरा पुलिस ने कार्रवाई नहीं की.