मुजफ्फरपुर : एस्सेल ऑफिस तालाबंदी के बाद वेंडरों की नाराजगी व आक्रोश ने बुधवार को कंपनी के कई राज को खोल कर रख दिये. बिजली उपभोक्ताओं के यहां मीटर लगाने, रीडिंग करने एवं समय पर बिजली बिल का भुगतान नहीं करने पर कनेक्शन काटने से संबंधित कार्य में कदम से कदम मिलाकर कंपनी का साथ देने वाले वेंडरों ने कहा कि इस कंपनी में बहुत बड़ा धांधली है. इसके गहराई तक जब आप जायेंगे, तो गड़बड़ी ही गड़बड़ी मिलेगी.
वेंडर निर्भय चौधरी, संजय कुमार, लखिंद्र दास ताती, दीपक सिंह आदि ने बताया कि काम तो कंपनी मुजफ्फरपुर में लेती है. मुजफ्फरपुर के लोग सही या गलत बिजली बिल जमा करते हैं, लेकिन इसके एवज में काम करने वाले वेंडरों के राशि भुगतान की जब बात आती है, तब फैसला मुंबई करेगा. यह कौन सा नियम है? जब हम काम यहां करते है. राशि यहां के लोग देते है, तब इसका भुगतान भी यही होना चाहिए.
जब बकाया भुगतान की बात आती है, तो यहां के अधिकारी बोलते है मुंबई से अभी ऑर्डर नहीं आया है. इन वेंडरों ने दबी जुबान कई ऐसी बातें बतायी है. जो सार्वजनिक होने पर एस्सेल के लिए मुश्किल हो सकता है.