मुजफ्फरपुर: गया जिले के शेरघाटी में तैनात एसटीएफ के दारोगा अभय शंकर व उसके परिजनों के खिलाफ 10 लाख रुपये दहेज मांगने व पत्नी के साथ मारपीट करने की प्राथमिकी दर्ज की गयी है. महिला थानाध्यक्ष सुनीता कुमारी पूरे मामले की जांच में जुटी है.
जानकारी के अनुसार, सारण जिले के अमनौर के गौसी अमनौर निवासी अभिमन्यु श्रीवास्तव ने सात दिसंबर 2012 को अपनी बेटी सोनालिका प्रिया की शादी काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के दामुचौक पूर्वी निवासी अभय शंकर से की थी. अभय शंकर 2009 बैच का सब इंस्पेक्टर है. फिलहाल वह एसटीएफ में तैनात है. दर्ज प्राथमिकी में बताया गया है कि शादी के समय दहेज में 15 लाख रुपये, वैगन आर कार,10 भर सोना सहित काफी गिफ्ट दिया गया था. शादी के बाद सास सुनीता श्रीवास्तव ने सोनालिका से कहा कि तिलक में मिले रुपये से जमीन खरीदी गयी है. मकान बनाने के लिए अपने पिता से 10 लाख रुपये की मांग करो. लेकिन वह अपने पिता को कहने को तैयार नहीं हुई. इस पर सास, ससुर आनंद किशोर प्रसाद, पति व देवर विजय शंकर मारपीट कर जान से मारने की धमकी देने लगे. यहीं नहीं, उसे तरह-तरह से प्रताड़ित किया जाने लगा.
सोनालिका का आरोप है कि ससुराल वाले उसे खाना भी कम देते थे. उसने किसी तरह अपने पिता को पूरे मामले की जानकारी दी. बेटी को प्रताड़ित करने पर वह सारण से मुजफ्फरपुर पहुंचे. उन्होंने सोनालिका के ससुराल पक्ष के लोगों को काफी मनाने की कोशिश की. लेकिन वह मानने को तैयार नहीं हुए. 26 अक्तूबर की सुबह वैगन आर में बैठा कर उसे अमनौर के सुनसान जगह पर छोड़ दिया गया. वह किसी तरह घर पहुंची. 22 दिसंबर 2013 को उसके माता-पिता उसे लेकर दामुचौक पहुंचे. लेकिन सभी बिना 10 लाख लिये मानने को तैयार नहीं थे. पति को सूचना देने के लिए फोन करने पर उसने फोन बंद कर दिया. सामाजिक स्तर पर बात नहीं बनने पर अभिमन्यु श्रीवास्तव ने 23 दिसंबर को आइजी पटना से मिल कर पूरे मामले की जानकारी भी दी.
बताया जाता है कि एसटीएफ के एसपी ने अभय को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह पत्नी को रखने से इनकार कर दिया. इसी बीच 23 दिसंबर को उसने कोर्ट में तलाक के लिए
मामला दर्ज करा दिया. थक हार कर अभिमन्यु श्रीवास्तव दो दिन पूर्व नगर डीएसपी से मिल कर पूरे मामले में गुहार लगायी. उनके आवेदन के आधार पर महिला थाना में धारा 341,342,323,498 ए,379,504,34 आइपीसी,3/4 दहेज अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.