यह किताबें बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के साइट पर उपलब्ध है. कोई भी व्यक्ति इस साइट को खोलकर किताबों से भाषा की जानकारी ले सकता है. एकदम सरल व आसान तरीके से. इस किताब को राज्य शिक्षा शोध व प्रशिक्षण परिषद ने विकसित किया है. बिहार स्टेट टेक्सट बुक पब्लिशिंग कारपाेरेशन ने प्रकाशित किया है.
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बच्चों को नेट पर पढ़ाइए ” भोर, कचनार और कल्लोल”
मुजफ्फरपुर: बच्चों को एक साथ कई भाषाओं की जानकारी नेट पर दे सकते हैं. बिल्कुल आसान तरीके से. बिना किसी ट्यूशन और खर्च के. कक्षा एक से आठ तक की किताबें नेट पर उपलब्ध है. बिहार के बच्चों में भाषाई शिक्षा के विकास के लिए बिहार सरकार व यूनिसेफ ने संयुक्त पहल की है. दोनों […]
मुजफ्फरपुर: बच्चों को एक साथ कई भाषाओं की जानकारी नेट पर दे सकते हैं. बिल्कुल आसान तरीके से. बिना किसी ट्यूशन और खर्च के. कक्षा एक से आठ तक की किताबें नेट पर उपलब्ध है. बिहार के बच्चों में भाषाई शिक्षा के विकास के लिए बिहार सरकार व यूनिसेफ ने संयुक्त पहल की है. दोनों ने संयुक्त पहल कर तीन भाषाओं की पुस्तकों को ऑनलाइन कर दिया है. भोजपुर, मैथिली और बांगला भाषा की किताबें ऑन लाइन उपलब्ध हैं.
http://educationbihar.gov.in/ पर यह सब उपलब्ध है. यहां पर दाहिने तरफ ई-टेक्स्ट बुक लिखा है. इस पर क्लिक कर देखिए. यहां बारी-बारी से सभी किताबें पढ़ सकते हैं. बच्चों को यह ज्ञान बांट सकते हैं. कक्षा एक से आठ तक की भाषा से संबंधित किताबें ऑनलाइन जारी किया गया है.
कक्षा एक से आठ तक बंगला व मैथिली की किताबें उपलब्ध हैं. वहीं, कक्षा छह, सात व आठ के लिए बंगला, मैथिली और भोजपुरी की किताबें उपलब्ध है. बंगला भाषा की किताबें को श्रेणी में बांटा गया है. कक्षा छह, सात व आठ को ‘कल्लोल’ भाग 1,2 और तीन भाग में अपलोड किया गया है. वहीं, कक्षा तीन, चार व पांच के लिए ‘कि:शुक’ नाम से तीन भाग में उपलब्ध कराया गया है. कक्षा एक और दो के लिए ‘कोरक’ नाम से भाग एक और दो शिक्षा विभाग के साइट पर दिया गया है.
भोजपुरी की किताबें कक्षा छह, सात व आठ इस साइट पर उपलब्ध है. कक्षा छह की किताबें दीआ- बाती के नाम से उपलब्ध है. कक्षा सात की किताबें अंजोर और कक्षा आठ की किताबें भोर नाम से बच्चों में ज्ञान बांट रहा है. कक्षा आठ की पुस्तक में देशगीत, शहीदे आजम भगत सिंह, गुरु- दक्षिणा, थारू जनजाति के लोक जीवन की जानकारी दी गई है. इसके साथ तीनों किताबें में व्याकरण संबंधी जानकारी दी गई है.
मैथिली भाषा किताबें दो नाम से उपलब्ध है. कचनार और फुलवाड़ी नाम से बच्चों में यह पुस्तक काफी सरल तरीके से भाषाई ज्ञान बांट रहा है. कक्षा छह, सात व आठ के लिए कचनार नाम की पुस्तक भाग-1,भाग-2,भाग-3 में उपलब्ध है. वहीं, वर्ग एक से पांच तक किताबें फुलवाड़ी पांच खंडों में उपलब्ध पुस्तकें लोगों के बीच ज्ञान बांट रहा है. इसे भाग-1, भाग-2,भाग-3,भाग-4 व भाग-5 नाम से मौजूद है.
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