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नियुक्ति फाइल की आलमारी खुली, लाकर अब भी बंद
मुजफ्फरपुर : एसकेएमसीएच में तृतीय व चतुर्थ वर्ग के कर्मचािरयों की नियुक्त में धांधली का मामला अब खुल सकता है. क्योंकि एक दशक से बंद इस आलमारी को खोल लिया गया है. इसमें इन कर्मचारियों की फाइलें रखीं हैं. दस साल से बंद आलमारी को खोलने के लिए चाभी बनाने वाले को बलाना पड़ा. उसने […]
मुजफ्फरपुर : एसकेएमसीएच में तृतीय व चतुर्थ वर्ग के कर्मचािरयों की नियुक्त में धांधली का मामला अब खुल सकता है. क्योंकि एक दशक से बंद इस आलमारी को खोल लिया गया है. इसमें इन कर्मचारियों की फाइलें रखीं हैं.
दस साल से बंद आलमारी को खोलने के लिए चाभी बनाने वाले को बलाना पड़ा. उसने दस आलमारियों की चाभी बनायी. लेिकन आलमारी का लाकर अब भी नहीं खुल पाया है िजसे खोलने की कोशिश जारी है.दरअसल, हाल में ये मामला तब सामने आया जब रिटायर हो रहे कर्मचारियों को पेंशन आदि देना था.
तब इनकी नियुक्ति से संबंधित फाइल क्लर्क बलभद्र कुमार ने खोजनी शुरू की. उस समय कुछ कर्मचारियों ने कहा कि वे पटना से स्थानांतिरत होकर मुजफ्फरपुर आये थे. इसके बाद मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने बंद आलमारी की चाभी ढूंढने को कहा था. चाभी नहीं मिलने पर नकली चाभी बनवायी गयी.1979 एसकेएमसीएच को बिहार सरकार ने टेकओवर िकया था. इसके पहले प्राचार्य डॉ एसएम नवाब थे. 1982 डॉ आरएन ठाकुर को प्राचार्य बनाया गया था. 1984 में बिना िनयुक्त पत्र के ही बहाली का मामला सामने आया था.
तब बिहार सरकार ने बहाली पर रोक लगा दी थी और मामले की जांच का आदेश जारी िकया था. इस समय वही कर्मचारी रिटायर हो रहे हैं जिन्हें उस समय नौकरी मिली थी. एक दशक से बंद आलमीरा व लॉकर को शनिवार को खोला गया. चाबी नहीं होने पर चाबी बनाने वाले को बुलवाया गया था. उसने दस आलमारी की चाबी बनायी, लेकिन लॉकर को नहीं खोल सका. आलमारी खोले जाने से कर्मचारियों में खलबली मची है.
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