मुजफ्फरपुर : पुलिस कार्रवाई नहीं होने से आरोपियों द्वारा पीड़ितों को धमकी व प्रताड़ित किये जाने के कई मामले सामने आये है. पुलिस के वरीय पदाधिकारियों के पास गुहार लगाने के बाद भी जब कार्रवाई नहीं होती है तो पीड़ितों को अंतत: आरापियों के सामने घुटने टेकना पड़ता है. सरैया के चकमधुआ गांव के नंदकिशोर के साथ भी ऐसा ही हो रहा है. नंदकिशोर की पत्नी वीणा के हत्यारे सरकारी विद्यालय का शिक्षक शंभु राम को तुर्की ओपी पुलिस एक वर्ष बाद भी गिरफ्तार नहीं कर पायी है.
बैखौफ घूम रहा शंभु राम अब नंदकिशोर पर केस सुलह करने और नहीं करने पर हत्या कर देने की धमकी देने लगा है. उसके धमकी से भयभीत नंदकिशोर कई बार एसएसपी रंजीत कुमार मिश्रा के जनता दरबार में उपस्थित होकर उसकी प्राण रक्षा व उसकी गिरफ्तारी के लिए गुहार लगा रहा है. एसएसपी के निर्देश के बाद भी पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी है.
सरैया थाना के चकमधुआ गांव के नंदकिशोर साह की पत्नी वीणा पारू में नर्स का काम करती थी. नंदकिशोर पंजाब के जालंधर स्थित एक फैक्ट्री में नौकरी करता था. वीणा देवी ने नौ मार्च 2013 को गांव के रामसेवक ठाकुर,रामसागर ठाकुर व रामाशंकर ठाकुर से साढ़े पांच डिसमिल जमीन रजिस्ट्री करायी थी. बगल के गांव बतरौलिया के शंभु राम के पिता रामदेव राम व चाचा योगी राम ने इस जमीन पर कब्जा करने के लिए विशुनदेव राम से झोपड़ी बनवा दी. इसके बाद वीणा देवी ने रामदेव, योगी व विशुदेव राम के पर जमीन कब्जा करने का आरोप लगाते हुए न्यायालय में एक मुकदमा दर्ज करा दिया था. इसके बाद पेशे से ग्रामीण डाक्टर जो बाद में मोतीपुर के एक राजकीय मध्य विद्यालय में शिक्षक बन गया ने वीणा को केस में मदद करने का झांसा देकर उससे दोस्ती कर ली. शंभु राम 13 अगस्त 2014 को केस में पैरवी के नाम पर वीणा को अपनी बरइक पर बैठाकर घर से मुजफ्फरपुर ले गया. लौटने के क्रम में शाम को करीब छह बजे शंभु तुर्की ओपी क्षेत्र के तारसन नहर के पास नन्हकी साइफन पर अपनी बाइक रोक दी.
शंभु व वीणा नहर के घाट पर बातचीत करने लगे. बातचीत के क्रम में ही शंभु राम ने उसे धक्का देकर बाइक से भागने लगा. वहां गाय-भैंस चरा रहे स्थानीय लोगों ने शंभु का पीछा भी किया था. नहर में डूब रही वीणा को भी बचाने का प्रयास स्थानीय लोगों ने की लेकिन नहीं बचा सके. नहर में डूबने से उसकी मौत हो गयी.
दफादार के बयान पर दर्ज हुई थी प्राथमिकी : इस घटना की सूचना स्थानीय लोगों ने दफादार विंदेश्वर साह व तुर्की ओपी पुलिस को दी. तुर्की ओपी पुलिस ने शव को नहर से बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेजा था. बाद में जानकारी मिलने पर वीणा के परिजनों ने उसकी पहचान की थी. पुलिस ने दफादार विंदेश्वर साह के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी.
पुलिस जांच में शंभु ही निकला हत्यारा : कांड के अनुसंधानक व पश्चिमी डीएसपी ने इस कांड की जांच शुरू की. घटनास्थल व मृतका वीणा के गांव चकमधुआ में पूछताछ के बाद डीएसपी ने 22 सितंबर 2014 को इस कांड के अप्राथमिकी अभियुक्त शंभु राम के गिरफ्तारी का आदेश दिया. डीएसपी ने शंभु की गिरफ्तारी नहीं हाेने पर उसके घर की कुर्की-जप्ती, उसके मोबाइल का कॉल डिटेल निकालने के साथ ही अन्य कई निर्देश दिये थे. डीएसपी के निर्देश के एक वर्ष बाद भी पुलिस उसे गिरफ्तार करने में विफल रहीं है. वहीं हत्यारोपी शंभु केस में सुलह कर लेने का दबाब वीणा के पति नंदकिशोर साह पर दे रहा है.