मुजफ्फरपुर: जंकशन के सामने सिद्धार्थ होटल के कमरा नंबर 102 में पंखे से लटक कर गुरुवार की रात पटना में केबुल का व्यवसाय करने वाले विजय सिंह (48) ने आत्महत्या कर ली. वो पटना पुलिस व एसटीएफ के लिए मुखबिर का भी काम करते थे. बताया जाता है कि पारिवारिक विवाद के कारण उसने सुसाइड किया है. सूचना मिलने पर नगर पुलिस ने मामले की जांच की. पुलिस ने मौके से सुसाइड नोट सहित कई सामान जब्त किये हैं. शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया गया है.
विजय सिंह पटना के गर्दनी बाग स्थित यारपुर मोहल्ले के गली नंबर एक में रहते थे. उनका पटना में केबुल का व्यवसाय है. वे पुलिस के लिए मुखबिरी भी करते थे. उनके छोटे पुत्र विश्वास ने बताया, उन्होंने एक माह पूर्व नेपाल के लहान में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराया था. 10 दिसंबर की रात वे भिट्टामोड़ जाने वाली बस से पटना से चले थे. शुक्रवार सुबह 10 बजे सिद्धार्थ होटल के मैनेजर किशोर ने नगर थाना को सूचित किया कि कमरा नंबर 102 में ठहरे यात्री ने पंखे से लटक कर जान दे दी है. सूचना के बाद थानाध्यक्ष दारोगा सुजीत कुमार व मनोरंजन मौके पर पहुंचे. कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था. पुलिस ताला तोड़ कर अंदर गयी. व्यवसायी के सामान की तलाशी ली गयी. मौके पर मिले ड्राइविंग लाइसेंस से उसकी पहचान विजय सिंह के रूप में हुई. वह पंखे से लटका हुआ था. उसके गरदन में गमछे का फंदा था.
दो पन्नों में मिला सुसाइड नोट : पुलिस ने कमरे से दो पन्नों पर लिखा सुसाइड नोट बरामद किया है. वही काले रंग का ट्रैक सूट, स्वेटर, घड़ी, डीएल, पैन कार्ड, बैंक ऑफ इंडिया का एटीएम सहित कुछ रुपये भी मिले हैं.
दस दिसंबर को लिया था कमरा : होटल मैनेजर किशोर ने बताया, विजय 10 दिसंबर को उनके होटल में आये थे. 11 सौ रुपये अग्रिम जमा करने के बाद उन्हें कमरा नंबर 102 दिया गया था. उस कमरे का किराया 550 रुपये प्रतिदिन था. गुरुवार की रात स्टाफ सुधीर कुमार साढ़े नौ बजे के कमरे में गया था, लेकिन दरवाजा पीटने के बाद भी कमरा नहीं खोला. लगा कि नींद में होने की वजह से कमरा नहीं खोले होंगे. शुक्रवार सुबह सात बजे सुधीर फिर नाश्ता के लिए पूछने गया, लेकिन तब भी दरवाजा नहीं खुला. जमा किराया भी पूरा हो चुका था. इसलिए साढ़े नौ बजे सुधीर दुबारा दरवाजा पीटने लगा. नहीं खुलने पर खिड़की से झांकने का प्रयास किया गया. खिड़की के शीशा में धक्का लगने पर गिर गया. अंदर का नजारा देख वह भाग कर उसने मैनेजर को जानकारी दी.
पुलिस की ओर से मिले थे कई पुरस्कार : देर शाम नगर थाने पर विश्वास ने बताया, वे समझ रहे थे कि पापा नेपाल में हैं, इसलिए उनका मोबाइल नहीं लग रहा है. शुक्रवार को नगर थानाध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद ने सूचना दी कि उनका शव पंखे से लटकता हुआ मुजफ्फरपुर के सिद्धार्थ होटल के कमरा में पाया गया है. विश्वास का कहना था कि उसके पिता को पुलिस की ओर से कई पुरस्कार भी मिले थे.
पोस्टमार्टम में आत्महत्या की पुष्टि
नगर पुलिस ने शव का एसकेएमसीएच में पोस्टमार्टम कराया. इसमें पंखे से लटक आत्महत्या करने की पुष्टि हुई है. विजय सिंह के परिजनों के पटना से मुजफ्फरपुर पहुंचने तक पुलिस ने पंखे से लटके शव को नीचे नहीं उतारा था. परिजनों के पहुंचने के बाद ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.