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26 वद्यिालयों के प्रधानाध्यापक होंगे निलंबित

26 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक होंगे निलंबित डीएम ने की समीक्षा: -अतिरिक्त वर्गकक्ष निर्माण में लापरवाही पर कार्रवाई -कार्यपालक अभियंता ने की है एफआइआर की संस्तुति-निर्माणाधीन 133 विद्यालयों के प्रगति की मांगी रिपोर्ट संवाददाता, मुजफ्फरपुरजिलाधिकारी धर्मेंद्र सिंह ने वर्ग कक्ष के निर्माण में लापरवाही बरतने के मामले को गंभीरता से लेते हुए 26 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों […]

26 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक होंगे निलंबित डीएम ने की समीक्षा: -अतिरिक्त वर्गकक्ष निर्माण में लापरवाही पर कार्रवाई -कार्यपालक अभियंता ने की है एफआइआर की संस्तुति-निर्माणाधीन 133 विद्यालयों के प्रगति की मांगी रिपोर्ट संवाददाता, मुजफ्फरपुरजिलाधिकारी धर्मेंद्र सिंह ने वर्ग कक्ष के निर्माण में लापरवाही बरतने के मामले को गंभीरता से लेते हुए 26 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को निलंबित करने का निर्देश डीइओ को दिया है. बार-बार निर्देश के बावजूद निर्माण कार्य नहीं कराने के लिए पहले ही सर्व शिक्षा अभियान के कार्यपालक अभियंता ने उनके विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने की अनुशंसा डीइओ से की है. समाहरणालय के सभागार में डीएम ने बुधवार को शिक्षा विभाग के योजनाओं की समीक्षा की. अतिरिक्त वर्गकक्ष की समीक्षा के दौरान कार्यपालक अभियंता ने बताया कि 159 विद्यालयों में अतिरिक्त वर्गकक्ष का निर्माण लंबित था, जिसमें 133 में प्रगति हुई है. 26 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों ने निर्माण शुरू नहीं कराया, जिनके खिलाफ कार्रवाई की जानी है. डीएम ने निर्माणाधीन वर्ग कक्षों के नियमित निरीक्षण के लिए संबंधित बीइओ को निर्देशित किया. कहा कि साप्ताहिक समीक्षा करते हुए उन्हें प्रतिवेदन भेजें. साथ ही 15 जनवरी तक कार्य पूरा कराएं. जिन विद्यालयों में लिंटर या प्लींथ स्तर तक निर्माण हो चुका है, उन विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के साथ बैठक कर त्वरित निर्माण कराने का निर्देश डीइओ को दिया. लेखा पदाधिकारी को निर्मित भवनों की फोटो संकलित करने, अद्यतन मापी पुस्त प्राप्त करने व असमायोजित राशि का समायोजन 10 जनवरी तक करने का निर्देश दिया है. डीएम ने डीइओ को निर्देश दिया कि प्रत्येक विद्यालय के विद्यालय समिति का लेखा व सिविल वर्क की जांच कराएं. कार्यपालक अभियंता एसएसए ने बताया कि 12 कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय का भवन निर्माण कराया जा चुका है. चार में निर्माण कार्य जारी है, जो मार्च 2016 तक पूरा हो जाएगा. 280 नव सृजित विद्यालयों के भवन निर्माण के सापेक्ष 206 का निर्माण पूरा हो चुका है. शेष 41 में कार्य प्रगति पर है. डीएम ने बीइओ के माध्यम से निर्माण कार्य का सत्यापन कराने को कहा. सभी बीइओ व संविदा पर नियोजित प्रखंड स्तरीय कर्मियों को तैनाती स्थल पर ही रहने का निर्देश दिया. साथ ही कहा कि डीइओ उनके आवासन की जांच कराने के बाद ही वेतन भुगतान सुनिश्चित करेंगे. इसके साथ ही शिक्षक नियोजन विलंब को गंभीरता से लेते हुए पंचायत स्तर के सभी नियोजन इकाइयों को शो-कॉज जारी करने का निर्देश दिया. बंद मिले विद्यालयों के एचएम को करें निलंबित गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए विद्यालयों के नियमित निरीक्षण पर भी डीएम ने कड़ा रुख दिखाया. डीइओ ने बताया कि एक दिसंबर से 18 दिसंबर तक 126 विद्यालयों की जांच की गई जिसमें 48 के खिलाफ कार्रवाई की गई है. संबंधित शिक्षक व एचएम से कारण पूछा गया है. डीएम ने निरीक्षण के दौरान बंद पाए जाने वाले विद्यालयों के एचएम को निलंबित करने का निर्देश दिया. छात्र-छात्राओं की उपस्थिति कम होने पर शिक्षक व एचएम के खिलाफ कार्रवई को कहा. साथ ही जिला प्रभारी एमडीएम को निर्देशित किया कि जिन विद्यालयों में एमडीएम बंद मिले, उनके प्रधानाध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई करें. विद्यालयों में रसोईघर निर्माण पर बताया गया कि 680 विद्यालयों में निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध 428 विद्यालयों में निर्माण पूरा हो चुका है, जबकि 252 में कार्य प्रगति पर है. तालिमी मरकज की जांच रिपोर्ट मांगी डीएम ने तालिमी मरकज केंद्रों पर साधनसेवियों के चयन की जांच रिपोर्ट भी मांगी. बताया गया कि निर्धारित 329 केंद्रों के सापेक्ष 256 पर चयन किया गया है. 73 पर चयन किया जाना है. इसके अलावा जांच के बाद छंटनी से जो पद रिक्त होगा, वहां पुनर्नियोजन किया जाएगा. मैट्रिक के लिए केंद्र निर्धारण का निर्देश मैट्रिक की बोर्ड परीक्षा के लिए चल रही विभागीय तैयारियों के बारे में भी डीएम ने जानकारी ली. डीपीओ माध्यमिक शिक्षा को निर्देश दिया कि मैट्रिक परीक्षा के लिए चयनित केंद्रों का निर्धारित मापदंड के आधार पर सत्यापन कर प्रस्ताव प्रस्तुत करें.

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