टीडीसी के तीन किस्म का बीज अमानक, होगी प्राथमिकी क्षेत्रीय विपणन अधिकारी और दो डिस्ट्रीब्यूर पर होगी कार्रवाई बीज कंपनी पर प्राथमिकी में हो रहा हाई वोल्टेज ड्रामा दो बार बदला जा चुका है आवेदन, तीन दिनों से लौट रहे एसएओ पुलिस बोली, आवेदन में कानून की धारा देना अनिवार्य कंपनी के अधिकारी बोले, पीबीडब्ल्यू – 373 अमानक नहीं डीलरों के गोदामों से लिया गया दो प्रकार का बीज थानाध्यक्ष बोले, आज होगी इस मामले में प्राथमिकी वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर टीडीसी कंपनी के तीन प्रभेद का बीज लैब जांच में अमानक मिला है. इनमें एचडी-2967, डीबीडब्ल्यू-17 और पीबीडब्ल्यू-373 किस्म के बीज शामिल हैं. इनकी जांच राज्य सरकार के लैब में हुई थी. इन मामले में टीडीसी के स्थानीय विपणन अधिकारी ललित बोहरा, निगम के अन्य वरीय अधिकारियों के साथ टीडीसी कंपनी के अधिकृत वितरक ए ए इंटरप्राइजेज, छाता चौक और कंपनी के अधिकृत विक्रेता जय मां अंबे ग्रेन एजेंसी अहियापुर पर प्राथमिकी होगी. कृषि विभाग ने प्राथमिकी की प्रक्रिया पूरी कर ली है. डीएओ सुधीर कुमार ने 19 दिसंबर पत्रांक – 2316 के माध्यम से प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दे चुके हैं. लेकिन, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी ललन कुमार चौधरी के दो दिनों के प्रयास के बाद भी बीज कंपनी के अधिकारियों और वितरकों पर प्राथमिकी नहीं हुई है. इधर, थानाध्यक्ष किरण कुमार ने बताया कि इस मामले में मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करेंगे. रिपोर्ट के अनुसार, किसानों के खेतों में पर्याप्त नमी थी. फिर भी टीडीसी कंपनी के कई प्रभेद किसानों के खेतों में अंकुरित नहीं हुए. इस मामले में स्थानीय विक्रेता किसानों को दिये बीज बदल रहे हैं. किसानों की शिकायत पर पारू प्रखंड के कृषि केंद्र देवरिया पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी. इसके बाद भी किसानों से लगातार शिकायत मिल रही थी. किसानों के खेतों में लगातार बीज अंकुरण नहीं होने की बात सामने आने पर उप निदेशक शष्य बीज विश्लेषण, बिहार पटना के लैब में भेजा गया. नमूना जांच में एचडी-2967, डीबीडब्ल्यू 17 और पीबीडब्ल्यू-373 बीज की जांच करायी गई. लैब से रिपोर्ट आयी तो सबके चेहरे उतर गये. एचडी-2967 में 58 प्रतिशत, डीबीडब्ल्यू-17 में 57 फीसदी और पीबीडब्ल्यू-373 में 69 अंकुरण पाया गया. अधिकारी बोले:::::::::: इन तीन प्रभेद का बीज लगाकर किसान ठगी के शिकार हुए हैं. किसानों के साथ अन्याय किसी भी हाल में बरदाश्त नहीं की जायेगी. इसकी रिपोर्ट विभाग और सरकार को भी भेजेंगे. फिलहाल प्राथमिकी के लिए एसएओ पूर्वी को निर्देश दिया जा चुका है. विभाग के लैब में भी तीन प्रकार का बीज फेल किया है. यह बहुत गंभीर बात है. किसानों के खेत में भी बीज फेल किया. आखिर किसानों के नुकसान की भरपाई कौन करेगा? अब दोबारा गेहूं बीज की बोआई होगी तो फसल अच्छी नहीं होगी. सुधीर कुमार, डीएओ, मुजफ्फरपुर. पीबीडब्ल्यू-373 बीज के अमानक होने की रिपोर्ट जेडीए के यहां मिली है. इसकी जांच उत्तराखंड सरकार के कृषि विभाग के लैब में जांच हुई थी, 86 फीसदी अंकुरण निकला. किसानों ने अंकुरण की कोई शिकायत भी नहीं की है. जेडीए से री-सैंपलिंग की अपील करेंगे. फिलहाल विभाग के स्पष्टीकरण का जवाब दिया जायेगा. जहां तक डीबीडब्ल्यू-17 और पीबीडब्ल्यू-343 का सवाल है उसका सैंपल डीलर के यहां लिया गया है. यहां डीलर उर्वरक और बीज का कारोबार करते हैं. जबकि नियम ऐसा नहीं करता है. ललित बोहरा, विपणन अधिकारी, टीडीसी. थाना पर दो दिनों से प्राथमिकी के लिए गये. लेकिन, थानाध्यक्ष बोले हम विधायक बेबी कुमारी वाले मामले में लगे हुए हैं. जिस अधिकारी के पास जाने के लिए उन्होंने बोला, काफी देर उनका इंतजार किया. फिर वापस चले आये. थानाध्यक्ष बोलते हैं किस धारा में प्राथमिकी होगी, उसका जिक्र भी आवेदन में कीजिए. कंपनी के जिन अधिकारियों पर प्राथमिकी करनी है उनके पिता और आवास का पता दीजिए. इतना करना संभव नहीं दिख रहा है. पूरे मामले से डीएओ को अवगत करा दिया गया है. ललन कुमार चौधरी, एसएओ पूर्वी, मुजफ्फरपुर. \\\\B
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टीडीसी के तीन कस्मि का बीज अमानक, होगी प्राथमिकी
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