ढाका (मोतिहारी) : ढाका इलाके के दलपत विशुनपुर गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय को उड़ाने की कोशिश को नाकाम कर दिया गया है. स्कूल के शौचालय के पास तीन किलो का शक्तिशाली पाइप बम लगाया गया था, जिसे आठ घंटे की जद्दोजहद के बाद निष्क्रिय कर दिया गया है, लेकिन बम लगाये जाने की घटना से दहशत है. बम के बारे में सुबह स्कूल खुलने के कुछ देर बाद ही पता चल गया, जिसके बाद स्कूल में छुट्टी कर दी गयी.
मौके पर एएसपी समेत जिले के कई अधिकारी पहुंचे. सीआरपीएफ के जवानों को सुरक्षा के लिए लगाया गया है. ग्रामीणों का कहना है कि बम लगाने में नक्सलियों का हाथ हो सकता है. वहीं, पुलिस इसे शरारती तत्वों का हाथ मान रही है. दलपत विशुनपुर गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में शुक्रवार को अन्य दिनों की तरह पढ़ाई की तैयारी हो रही थी. स्कूल में प्रार्थना हो चुकी थी. स्कूल आये 208 बच्चे अपने कमरों में जा चुके थे. साथ ही मध्याह्न भोजन की तैयारी भी शुरू हो गयी थी. रसोइया जगदीश बैठा ने तैयारी शुरू कर दी थी. इसी बीच स्कूल खुलने के लगभग आधा घंटे के बाद साढ़े दस बजेवो शौचालय की ओर गया. वहां उसकी निगाह लोहे की चीज पर पड़ी, जो जमीन में गड़ी हुई थी. साथ ही वहां ताजा गड्ढा भी था.
इस पर उसे शक हुआ, तो उसने स्कूल के प्रधानाचार्य श्याम सुंदर कुमार को इसकी जानकारी दी. लोहे की चीज होने की जानकारी मिलते ही प्रधानाचार्य शौचालय की ओर गये और देखते ही समझ गये कि बम गड़ा हुआ है. वो फौरन वापस लौटे और उन्होंने स्कूल में छुट्टी की घोषणा कर दी. इसी बीच स्कूल में बम लगे होने की बात फैल गयी. बच्चे व शिक्षक स्कूल से भागने लगे. कुछ ही मिनटों में पूरा स्कूल खाली हो गया. सभी की जुबान पर एक ही बात थी कि स्कूल में बम लगा हुआ है, जो जिधर पा रहा था. उधर भाग रहा था. इसी बीच ग्रामीणों को जब इसकी सूचना मिली, तो लोग स्कूल की ओर भागे. अभिभावकों ने पहले अपने बच्चे को सुरक्षित होने की जानकारी ली. बच्चों को पहले घर पहुंचाया गया. इसके बाद स्कूल परिसर से लगभग पांच सौ गज की दूरी पर भीड़ जमा हो गयी.
बताया जाता है कि इसी बीच स्कूल के प्रधानाचार्य श्याम सुंदर की ओर से अपने विभागीय अधिकारियों के साथ स्थानीय थाने व डीएसपी बमबम को इसकी सूचना दी गयी. कुछ ही देर में स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गयी. कुछ ही देर में सिकरहना डीएसपी व जिले से एएसपी राजीव कुमार मौके पर पहुंच गये. डीसीएलआर वीरेंद्र कुमार भी मौके पर पहुंचे. मुजफ्फरपुर में बम निरोधक दस्ते को सूचना दी गयी. बम होने की सूचना मिलते ही स्कूल के आसपास के तीन-चार घरों को भी खाली करा लिया गया.
आसपास के पांच गांवों के लोग मौके पर जमा हो गये. अधिकारियों की टीम भी मौके पर थी. सब लोग बम निरोधक दस्ते के आने का इंतजार कर रहे थे. लगभग चार बजे मुजफ्फरपुर से बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा. इसके बाद बम को निष्क्रिय करने की कोशिश शुरू हुई, जो लगभग साढ़े छह जाकर पूरी हुई. बम निरोधक दस्ते के सदस्यों का कहना था कि बम काफी शक्तिशाली था. अगर ये फटता, तो इससे काफी नुकसान हो सकता था.
लगभग दो सौ गज की दूरी को प्रभावित करता. स्थानीय ग्रामीण बम लगाने के पीछे नक्सलियों की साजिश मान रहे थे, जबकि डीएसपी का कहना था कि बम शरारती तत्वों ने लगाया होगा. इसकी जांच की जा रही है, जो भी इसके पीछे होगा. उस पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. एसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि विद्यालय परिसर में बम रखने के पीछे जिसका भी हाथ होगा,उसे बख्शा नहीं जायेगा. उन्होंने बताया कि बम रखने के लिए खोदा गया गढ्ढा ताजा है. सुरक्षा के ख्याल से गांव स्थित सेंट्रल बैंक परिसर का भी निरीक्षण किया गया. बैंक आये लोगों से पूछताछ की गयी.