मुजफ्फरपुर. शनिवार को व्यवहार न्यायालय में लगे राष्ट्रीय लोक अदालत में तीन न्यायिक बेंचों में महज तीन मामले ही निष्पादित हो सके. विदित हो कि प्रत्येक महीने के दूसरे शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से लगाया जाता है,
जिसमें आपसी सहमति से मामलों का निष्पादन किया जाता है़ इसी के तहत शनिवार को व्यवहार न्यायालय में जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया था़ जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह जिला जज हरेंद्र नाथ तिवारी ने दो सदस्यीय तीन न्यायिक बेंचों का गठन किया था, ताकि ज्यादा से ज्यादा मामलों का निष्पादन हो सके़ बेंच नंबर-1 में प्रवीण कुमार श्रीनेत- सब जज-4, मनीष पांडेय-न्यायिक दंडाधिकारी एवं बेंच नंबर-2 में अंजु सिंह-सब जज-9, सुनील कुमार त्रिपाठी-न्यायिक दंडाधिकारी नियुक्त किये गये थे़
वहीं बेंच नंबर-3 में जावेद आलम-न्यायिक दंडाधिकारी व आनंद कुमार श्रीवास्तव-न्यायिक दंडाधिकारी बनाये गये थे़ शनिवार को लगे लोक अदालत में तीन तरह के मामलों का निष्पादन होना था़ इसमें ट्रैफिक, नगर निगम व सुलहनीय अापराधिक मामले को रखा गया था़ इसमें बेंच नंबर-2 में ही मजिस्ट्रेट के यहां विचारणीय अापराधिक सुलहनीय मामले का निष्पादन आपसी समझौते के बाद हो सका. वहीं बेंच नंबर-1 एवं बेंच नंबर-3 में एक भी मामले का निष्पादन नहीं हो सका़ मामले की देखरेख में दिनभर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सह-सबजज-1 सह एसीजेएम रामचंद्र प्रसाद लगे रहे़