मुजफ्फरपुर: शहरी क्षेत्र में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति हवा-हवाई दिख रही है. इसकी वजह एलटी तार व डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर है. अगर तार बदल भी दिया जाय तो बिना ट्रांसफॉर्मर की क्षमता बढ़ाये निर्बाध बिजली आपूर्ति संभव नहीं दिखता है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शहरी क्षेत्र में 210 ट्रांसफॉर्मरों में से 190 ओवर लोड चल रहे हैं.
इसमें आधे से अधिक ट्रांसफॉर्मर 200 केवीए के हैं. इन्हें बदलने के लिए 310 केवीए का ट्रांसफॉर्मर की आवश्यकता है, जो पावर डिस्ट्रब्यूशन कंपनी के पास उपलब्ध नहीं है. एस्सेल के अधिकारियों के अनुसार, कंपनी इन ट्रांसफॉर्मरों को बदलेगी. फिलहाल इन्हीं ट्रांसफॉर्मरों का मेंटेनेंस कर आपूर्ति बहाल की जायेगी.
तीन फीडर दयनीय
आपूर्ति सिस्टम के किये गये सर्वे में तीन 33 केवीए फीडर की स्थिति खराब बतायी गयी है. बेला, एसकेएमसीएच व एमआइटी फीडर से फुल लोड बिजली नहीं दी जा सकती है. 39 पावर ट्रांसफॉर्मर में से दो जले हुए हैं. एक ट्रांसफॉर्मर जजर्र स्थिति में है. इस तरह कुल तीन पावर ट्रांसफॉर्मर को बदलने की जरूरत है. हालांकि, एक नबंवर से निजी कंपनी को बिजली देने की अंतिम डेड लाइन तय होने के पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी सिस्टम को दुरुस्त करने में जोर शोर से लगी है.