मुजफ्फरपुर: गैमन इंडिया के कैंप पर नक्सली हमले में सारण व वैशाली जिला से आये नक्सली शामिल थे. बताया जाता है कि कई माह से मुजफ्फरपुर-वैशाली सब जोनल कमेटी की ओर से लेवी की मांग की जा रही थी. बार-बार पत्र देने के बाद भी लेवी नहीं देने पर कैंप को निशाना बनाया गया. उत्तर बिहार सब जोनल कमेटी के सचिव राम बाबू राम उर्फ राजन जी के नेतृत्व में प्लान तैयार किया था, इसमें वैशाली जिला के पातेपुर , सारण व दूसरों जिलों से आये नक्सली को शामिल किया गया.
बाइक से पहुंचे नक्सलियों ने करीब आधा घंटा तक उत्पात मचाने के बाद अलग-अलग दिशा में फरार हो गये थे. अलग-अलग टोली में बंट कर एनएच पर गुजरने वालों वाहनों पर भी नजर रखी जा रही थी. एसएसबी व खुफिया विभाग को पूर्व में ही सूचना मिली थी कि कमजोर पड़ते नक्सली संगठन में जान फूंकने के लिए दूसरों जिलों से नक्सलियों को बुला कर संगठन में महत्वपूर्ण पद दिया जा रहा है.उन्हें अत्याधुनिक हथियार से लैस कर एक करोड़ से अधिक लेवी वसूली की योजना बनायी गयी है. इस बात को लेकर 27 मई को एसएसबी कैंप में कई जिलों के पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गयी थी. बैठक के दस दिन के अंदर ही नक्सलियों ने कुढनी थाना क्षेत्र के कमतौल स्थित गैमन इंडिया के कैंप में आग लगा कर पांच करोड़ से अधिक का नुकसान किया है. हालांकि पुलिस मामला दर्ज कर नक्सलियों की गिरफ्तारी में जुटी है.
कुढ़नी में चीता दस्ता तैनात
नक्सली घटना के बाद कुढ़नी में एक कंपनी एसटीएफ का चीता दस्ता तैनात कर दिया गया है. इंस्पेक्टर के नेतृत्व में अगल-बगल के गांव में छापेमारी भी की गयी है. एहतिहात के तौर पर कैंप की भी सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. शनिवार को एसएसबी के डीआइजी संजय कुमार, एसएसपी रंजीत कुमार मिश्र सहित कई अधिकारी मौके पर छानबीन की थी.