डॉ सतीश कुमार राय, कुलानुशासक
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बिना क्लास स्नातक के तीन लाख छात्र देंगे परीक्षा
मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में इस साल तीन लाख छात्र-छात्रएं बिना क्लास किये ही स्नातक की परीक्षाएं देंगे. सुनने में जरा अटपटा जरू र लग रहा है, लेकिन यह सच है. विवि प्रशासन की स्पेशल क्लास के जरिये से कोर्स पूरा करने की घोषणा हवा-हवाई साबित हुई. स्पेशल क्लास गरमी की छुट्टियों में भी चलना […]
मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में इस साल तीन लाख छात्र-छात्रएं बिना क्लास किये ही स्नातक की परीक्षाएं देंगे. सुनने में जरा अटपटा जरू र लग रहा है, लेकिन यह सच है. विवि प्रशासन की स्पेशल क्लास के जरिये से कोर्स पूरा करने की घोषणा हवा-हवाई साबित हुई.
स्पेशल क्लास गरमी की छुट्टियों में भी चलना था. एक जून से गरमी की छुट्टी शुरू हो चुकी है, लेकिन किसी भी अंगीभूत कॉलेज में कक्षाएं नहीं चल रही है. कॉलेज प्रबंधन की मानें तो स्पेशल क्लास नहीं शुरू होने का कारण विवि से देर से मिली सूचना है. जब कॉलेजों में स्पेशल क्लास की सूचनाएं पहुंची, अधिकांश शिक्षक छुट्टियों में बाहर जाने का कार्यक्रम तय कर चुके थे. ऐसे में गरमी छुट्टी तक (30 जून) स्पेशल कक्षाएं चलने की उम्मीद नहीं के बराबर है. इधर, विवि प्रशासन ने परीक्षा की तैयारियां भी शुरू कर दी है. जल्द ही पार्ट वन का परीक्षा फॉर्म भराना शुरू होगा. वहीं, पार्ट-थर्ड की परीक्षा जुलाई में होनी है. ऐसे में यदि जल्द कक्षाएं शुरू नहीं होती है, तो बिना क्लास के ही छात्रों को परीक्षा देना मजबूरी होगी.
देर से भेजी गयी सूचना
बीते साल स्नातक पार्ट वन, टू व थ्री की परीक्षा सात से आठ माह देर से शुरू हुई. पांच माह के लंबे इंतजार के बाद बीते माह पार्ट टू का रिजल्ट जारी किया गया. इसमें सत्रह हजार से अधिक रिजल्ट पेंडिंग था. पार्ट-थर्ड परीक्षा के टेबुलेटिंग का काम अंतिम चरण में है. पार्ट-वन के मार्क्स टीआर पर पोस्टिंग का काम चल रहा है. इस माह के अंत से पहले रिजल्ट आने की उम्मीद न के बराबर है. रिजल्ट में देरी के कारण पार्ट टू व थ्री में छात्र-छात्रओं का समय पर नामांकन नहीं हो सका. इस कारण कक्षाएं भी शुरू नहीं हो सकी.
जब ये मामला उठा तो विवि प्रशासन की नींद खुली व आनन-फानन में परीक्षा बोर्ड की बैठक बुला कर स्पेशल कक्षाएं शुरू करने का फैसला लिया गया. करीब एक माह के लंबे इंतजार के बाद बीते माह सभी कॉलेज के प्राचार्यो व पीजी विभागाध्यक्षों को स्पेशल क्लास शुरू करने का पत्र भेजा गया. इसके बाद एमडीडीएम कॉलेज में कुछ कक्षाएं हुई भी, लेकिन वहां भी फिलहाल स्पेशल कक्षाएं शुरू नहीं हो सकी.
बुस्टा ने कहा, पहले लें राजभवन व सरकार से अनुमति
अधिकारियों के साथ वार्ता के दौरान गरमी छुट्टी में स्पेशल क्लास चलाने का विरोध करते हुए बुस्टा प्रतिनिधिमंडल ने दो तर्क दिये. पहला विवि व कॉलेज में गरमी की छुट्टी की अधिसूचना राजभवन जारी करती है. ऐसे में बिना राजभवन की अनुमति के छुट्टियां स्थगित नहीं की जा सकती. दूसरा स्पेशल क्लास करने वाले शिक्षकों को विवि ने ऐच्छिक छुट्टी देने की घोषणा की है, जबकि नियमों के तहत अकेले विवि प्रशासन यह फैसला ले ही नहीं सकती. ऐच्छिक छुट्टी के साथ वित्त का मामला जुड़ा होता है, ऐसे में इसके लिए पहले राज्य सरकार से अनुमति लेनी होगी.
कॉलेजों ने घोषित की गरमी छुट्टी
विवि प्रशासन की गरमी छुट्टी में स्पेशल क्लास की घोषणा गत 30 मई को ही उस समय हवा-हवाई घोषित हो गयी, जब कुछ कॉलेज ने नोटिस जारी कर एक जून से तीस जून तक छात्र-छात्रओं व शिक्षकों के लिए गरमी छुट्टी की घोषणा कर दी है. नोटिस में गरमी छुट्टी में सिर्फ कार्यालय व पुस्तकालय खुले होने का जिक्र है. विशेषज्ञों की मानें, तो यदि विवि प्रशासन गरमी छुट्टी में स्पेशल क्लास चलाना चाहता था, तो उसे खुद अपने स्तर से नोटिस जारी कर गरमी की छुट्टी स्थगित करनी चाहिए थी. इसके लिए राजभवन से अनुमति लेना भी अनिवार्य था.
स्पेशल क्लास के बारे में प्राचार्यो को पत्र भेजा गया था. कक्षाएं शुरू नहीं हुई हैं, तो उनसे बातचीत की जायेगी. यदि शिक्षक नहीं उपलब्ध होने की बात सामने आती है, तो वैकल्पिक व्यवस्था पर भी विचार किया जायेगा. परीक्षाएं हर हाल में जुलाई माह में ही शुरू होंगी.
डॉ सतीश कुमार राय, कुलानुशासक
डॉ सतीश कुमार राय, कुलानुशासक
स्पेशल क्लास में शिक्षकों की रुचि नहीं
स्पेशल क्लासलेने वाले शिक्षकों को बाद में ऐच्छिक छुट्टी का लाभ दिया जाना तय हुआ, लेकिन बुस्टा ने इसका विरोध शुरू कर दिया. उसका तर्क था कि गरमी छुट्टियों के लिए शिक्षक काफी पहले कार्यक्रम तय कर लेते हैं. इससे संबंधित फैसले के दौरान विवि प्रशासन ने उनसे वार्ता नहीं की. बाद में बुस्टा व विवि अधिकारियों के बीच वार्ता हुई. इसमें तय हुआ कि स्पेशल क्लास लेना शिक्षकों पर निर्भर करेगा, जो शिक्षक क्लास नहीं लेना चाहते, उन्हें मजबूर नहीं किया जाएगा.
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