यहां नारेबाजी करने के बाद वे धरने पर बैठ गये व समाहरणालय के मुख्य गेट को जाम कर दिया. इस दौरान प्रदर्शन में शामिल कुछ लोगों ने डय़ूटी पर तैनात जमादार के साथ र्दुव्यव्यवहार किया. जमादार की टोपी खींच कर जमीन पर फेंक दी.
लोगों की भीड़ को देखते हुए जमादार भी चुप रह गये. इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने वहां सभा की. सभा को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान सभा के केंद्रीय संयुक्त मंत्री नंद किशोर शुक्ला ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार कि किसान मजदूर विरोधी नीतियों का डट कर मुकाबला वामपंथी ताकतें ही कर सकती है. धरना की अध्यक्षता संगठन के जिलाध्यक्ष लखीचंद्र राय ने की. इस मौके पर जिला किसान सभा के संयोजक चंद्रेश्वर प्रसाद, अब्दुल गफ्फार, एसयूसीआई के जिला सचिव अजरुन कुमार, हबीब अंसारी, चंद्रमोहन प्रसाद, खेमस के जिलाध्यक्ष शत्रुघA सहनी, शिवलाल प्रभात ने सभा को संबोघित किया. इसके बाद जनवादी सांस्कृतिक मोरचा की ओर से मशीन नाटक की प्रस्तुति की गयी. इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने डीएम से मिल कर मांग पत्र सौंपा.