एमआइटी छात्रों पर प्राथमिकी
राज का बयान लेने पटना गयी थी पुलिस
पिता के बयान पर प्राथमिकी
आरोपित छात्र की होगी गिरफ्तारी
मुजफ्फरपुर: एमआइटी में रैगिंग प्रकरण तूल पकड़ चुका है. ब्रrापुरा थाने के दारोगा रजनीकांत झा बुधवार को पीड़ित छात्र का बयान लेने पटना पहुंच गये हैं. लेकिन वह विशाखापत्तनम के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में नामांकन लेकर पढ़ने चला गया है.
पुलिस उसके पिता अजीत प्रसाद का बयान लेकर लौट आयी है. देर रात एमआइटी के सीनियर बैच के आधा दर्जन छात्रों को आरोपित करते हुए प्राथमिकी दर्ज की गयी है. बताया जाता है कि आरोपित छात्रों की गिरफ्तारी होगी. यहां बता दें कि पटना जिले के खुसरुपुर के चक हुसैन निवासी अजीत प्रसाद के पुत्र राज आर्यन ने 17 अगस्त को एमआइटी में नामांकन लिया था. नामांकन के बाद उसे हॉस्टल आवंटित कर दिया गया. हालांकि वह निजी मकान में किराये का कमरा लिया था. 25 अगस्त को सीनियरों ने रैगिंग के नाम पर उसके कपड़े उतरवा लिया. यहीं नहीं, उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया गया.
दो दिनों तक टॉर्चर होने के बाद राज अपने घर पटना चला आया था. पिता के समझाने पर वह अगले दिन फिर वापस एमआइटी पहुंचा, लेकिन उसके साथ दबंग छात्रों ने फिर से रैगिंग की. परेशान राज ने एक पखवारे के अंदर ही संस्थान से टीसी ले लिया था. मामला प्रकाश में आने पर डीएम ने भी इस मामले में रिपोर्ट तलब की थी.