मुजफ्फरपुर: बिहार टी-20 क्रिकेट संस्था के सचिव अवनीश नंदन प्रसाद के जवाहर लाल रोड स्थित घर पर मंगलवार को नगर डीएसपी उपेंद्र कुमार के नेतृत्व में छापेमारी की गयी. पुलिस ने उसके कार्यालय से रजिस्टर, संस्था के कागजात समेत कई अन्य महत्वपूर्ण सामान को जब्त किया है. कार्यालय से अवनीश के संस्था के पैड मिले है, जिस पर कई प्रशासनिक अधिकारियों के नाम संरक्षणकर्ता के तौर पर दर्ज थे. पिता डॉ कृष्ण नंदन प्रसाद व मां से भी पूछताछ की गयी है. दोपहर ढाई बजे के करीब नगर डीएसपी थानाध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद व अनुसंधानक विभा रानी के साथ उसके घर पहुंचे. कार्यालय में उसका मैनेजर मनंजय कुमार उपस्थित था.
नगर डीएसपी ने अवनीश के पिता से डीएसपी ने हाल में इलाज कराने चंडीगढ़ जाने के बारे में कई सवाल किये. छापेमारी के वक्त अवनीश घर पर मौजूद नहीं था. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद वह घर छोड़ कर फरार है. नगर डीएसपी ने बताया कि अनुसंधानक को पीड़ित लड़कियों के बयान दर्ज करने के निर्देश दिये हैं. उसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.
एसएसपी को सौंपा आवेदन
दो दर्जन अधिक महिला खिलाड़ियों ने एसएसपी को आवेदन सौंप कर बिहार टी-20 क्रि केट संघ के सचिव अवनीश के खिलाफ गलत आरोप लगाने की शिकायत की है. महिला खिलाड़ियों का कहना था कि कुछ दिन पूर्व कोच विकास रंजन व संजीव कुमार सहित अन्य खिलाड़ियों को अनुशासनहीनता के आरोप में हटा दिया गया था. इन लोगों ने साजिश रच कर प्राथमिकी करायी है. इसकी निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए.
बहला-फुसला कर कराया हस्ताक्षर
अवनीश नंदन के खिलाफ छेड़खानी की प्राथमिकी दर्ज कराने वाली तीन महिला खिलाड़ियों में से एक ने नगर थानाध्यक्ष को आवेदन देकर बताया कि उसे बहला-फुसला कर हस्ताक्षर कराया गया है. आवेदन में बताया गया है कि डायमंड यंग मेंस क्रिकेट क्लब के विकास रंजन व संजीव कुमार ने बहला-फुसला कर थाने बुलाया. दोनों ने मुझसे हस्ताक्षर करा कर अवनीश के विरुद्ध बोलने को कहा. बाद में मुङो पता चला कि मेरे हस्ताक्षर वाला पृष्ठ संस्था के सचिव के विरुद्ध में प्राथमिकी अंकित कराने के लिए इस्तेमाल किया गया, जिसमें यौन शोषण, अभद्र व्यवहार व पैसे वसूलने की बात है. अवनीश सर के खिलाफ षडयंत्र रचा गया है. इधर, आवेदन मिलने के बाद थानाध्यक्ष का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है.