लैब टेक्निशियन की ससुराल में मिले 4000 एंटीजन किट, मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल के चार कर्मचारी गिरफ्तार

मुजफ्फरपुर जिले में कोरोना जांच के नाम पर रैपिड एंटीजन किट की हेराफेरी का मामला सामने आया है. सकरा पुलिस ने सदर अस्पताल में तैनात लैब टेक्निशियन लव कुमार की ससुराल सुस्ता में छापेमारी कर चार हजार रैपिड एंटीजन किट बरामद किये हैं.

By Prabhat Khabar | May 10, 2021 7:14 AM

मुजफ्फरपुर. मुजफ्फरपुर जिले में कोरोना जांच के नाम पर रैपिड एंटीजन किट की हेराफेरी का मामला सामने आया है. सकरा पुलिस ने सदर अस्पताल में तैनात लैब टेक्निशियन लव कुमार की ससुराल सुस्ता में छापेमारी कर चार हजार रैपिड एंटीजन किट बरामद किये हैं. उसके साला संजय को हिरासत में लिया गया है.उससे पूछताछ के आधार पर सदर अस्पताल के चार कर्मचारियों को अलग-अलग ठिकानों से गिरफ्तार किया गया.

रविवार को सकरा थानाध्यक्ष प्रशिक्षु डीएसपी सतीश कुमार सदर अस्पताल पहुंचे. उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल में तैनात तीन टेक्निशियन आनंद मुकेश, लव कुमार व दीपक कुमार ही एंटीजन किट की हेराफेरी करते थे.

वहीं, एक एंबुलेंस चालक मिथिलेश कुमार किट पहुंचाने व बेचने का काम करता था. उसे भी गिरफ्तार किया गया है. चारों से पूछताछ के बाद प्रशिक्षु डीएसपी ने सदर अस्पताल के सेंट्रल स्टोर रूम में छापेमारी की. स्टोर प्रभारी शशि रंजन से पुलिस ने पूछताछ की.

स्टोर रूम से कोरोना जांच के लिए रिलीज किये गये एंटीजन किट का चालान, रिलीज आर्डर व वाउचर भी पुलिस ने जब्त कर कर लिया है. पुलिस को स्टोर प्रभारी ने बताया कि सदर अस्पताल में चल रहे कोरोना जांच के लिए एक हजार एंटीजन किट हर दिन रिलीज किये जाते थे. इसके अलावा घरों पर जाकर जांच करने के लिए डिमांड के अनुसार किट उपलब्ध कराये जाते थे.

600 किट से जांच, 400 का करता था घपला

पुलिस की जांच में सामने आया है कि लैब टेक्निशियन प्रतिदिन आवंटित 1000 किट में से अधिकतम 600 किट से जांच करता था. शेष किट हर दिन बचा लेता था. उसका हिसाब वह स्टोर रूम को नहीं देता था. लैब टेक्नीशियन लव कुमार बचे किट को सकरा के सुस्ता स्थित अपनी ससुराल में जमा कर वहां से अलग-अलग जगहों पर कई दिनों से सप्लाइ कर रहा था. उसने एंटीजन किट को कई निजी अस्पतालों में बेचने की बात भी स्वीकारी है.

सिलिंडर बरामद

कटिहार. रविवार की रात 225 ऑक्सीजन सिलिंडर रेलवे स्टेशन परिसर से बरामद किये गये. इन सिलिंडरों को कालाबाजारी के लिए ले जाया जा रहा था. बताया जाता है कि ये सभी सिलिंडर लोकमान्य तिलक ट्रेन से उतारे गये थे.

सभी सिलिंडरों को पिकअप वैन में लोड कर किसी स्थान पर पहुंचाने की तैयारी की जा रही थी, तभी सूचना मिलते ही जिला प्रशासन के कई अधिकारी रेलवे स्टेशन पहुंचे और पिकअप पर लदे सभी ऑक्सीजन सिलिंडर को जब्त कर लिया. इनके कागजात दिखाने की बात कही गयी तो किसी ने कोई कागजात पेश नहीं किया.

Posted by Ashish Jha

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