मुजफ्फरपुर: रामप्रवेश हत्याकांड में विशेष पुलिस टीम ने रुनीसैदपुर थाना क्षेत्र के कटौझा बांध से रविवार को शातिर अजीत राय को गिरफ्तारी की है. उसने मकसूदपुर गैंगवार में भी अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. अजीत पर हत्या, लूट, रंगदारी का दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज है. देर रात तक मुजफ्फरपुर व सीतामढ़ी की पुलिस टीम पूछताछ में जुटी थी.
जानकारी के अनुसार, अजीत राय को पुलिस ढ़ाई माह से तलाश कर रही थी. वह कई माह से फरार चल रहा था. सीतामढ़ी के एसपी हरि प्रसाद एस ने उसकी गिरफ्तारी को विशेष टीम का गठन किया था. रविवार को गिरफ्तारी के बाद रुनीसैदपुर थाने में उससे पूछताछ की जा रही है. उसने स्वीकार किया कि 12 जनवरी को मिठनपुरा थाना क्षेत्र के कालीबाड़ी रोड में पूर्वी चंपारण जिले के पकड़ीदयाल थाना के बड़का गांव निवासी रामप्रवेश सिंह की हत्या में वह शामिल था. उसने हत्या में शामिल कई लोगों ने नाम पुलिस को बताये है. हालांकि उन नामों का खुलासा नहीं किया गया है. उसने यह भी बताया कि उसी दिन मकसूदपुर लाइन होटल में मनोज सिंह व मिठ्ठ मिश्र की हत्या में वह भी शामिल था. उसके गिरोह के नौ अपराधियों ने मिल कर घटना को अंजाम दिया था.11 जनवरी को ही हत्याकांड की प्लानिंग तय हो गयी थी. दोनों की हत्या करने में उसके साथ आरा जिले का शूटर कमलेश सिंह भी शामिल था. अब तक वह कई हत्याकांड को अंजाम दे चुका है.
रिमांड पर लेगी मिठनपुरा पुलिस. रामप्रवेश हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार करने के बाद अजीत राय को मिठनपुरा पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. उसने गैंगवार के दोनों घटनाओं में संलिप्तता स्वीकार की है. मकसूदपुर के बाद वह शहर के कालीबाड़ी रोड पहुंच गया था.
मुखिया से मांगी थी बीस लाख की रंगदारी. अजीत पर रंगदारी के भी कई गंभीर मामले दर्ज है. उसने ओलीपुर सरहचिया निवासी मृत्युंजय कुमार व संजय कुमार से बीस लाख रंगदारी मांगी थी. यहीं नहीं, महेशा फटकपुर पंचायत के मुखिया राम बाबू सहनी से भी बीस लाख की मांग की गयी थी. खनुआ घाट के किराना व्यवसायी विजय कुमार चौधरी से व टेंट हाउस के मालिक से पांच लाख रंगदारी की मांग की थी. रंगदारी के मामले में कई बार पुलिस ने उसके घर पर छापेमारी की, लेकिन वह फरार मिला. वह पूर्व में भी जेल जा चुका है. हाल में ही उसने हथौड़ी इलाके में भी रंगदारी की मांग की थी, जिसको लेकर एसएसपी से भी शिकायत दर्ज करायी गयी थी.