मुजफ्फरपुर : व्यापार के सिलसिले में 10 लाख रुपये उधार लेने के बाद जमानत के तौर पर चेक दिया गया, लेकिन तय तिथि को बैंक में चेक जमा करने के बाद चेक बाउंस कर गया. वकालतन नोटिस के बाद भी पैसे नहीं मिलने पर नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है.
जानकारी के अनुसार विजय कुमार चौधरी सरैयागंज स्थित प्रिया मार्के ट के रहने वाले हैं. उनका हार्डवेयर का व्यवसाय है. वहीं मोहन चौधरी का गोला रोड में चौधरी ट्रेडर्स नाम से दुकान है. दोनों के बीच पूर्व से बेहतर संबंध व रिश्तेदारी थी. 29 मार्च को उनके दुकान पर मोहन चौधरी पहुंच कर कहा कि व्यापार के सिलसिले में उसे 15 लाख रुपये की जरूरत है. दस दिनों के अंदर मैं गोला रोड का आधा जमीन का हिस्सा बेच कर पैसा चुकता कर दूंगा. विजय चौधरी से दस दिन का समय लेते हुए उन्हें पैसे के लिए बुलाया. 12 अप्रैल को मोहन पैसे लेने विजय के पास पहुंच गया. विजय चौधरी ने उन्हें 10 लाख रुपये दिये. पैसे के एवज में मोहन ने बैंक ऑफ इंडिया का एक चेक (0087086) दिया. दो माह बाद चेक को विजय ने अपने एचडीएफसी
के खाते में डाला. लेकिन चेक बाउंस कर गया. चेक बाउंस के बाद कई बार पैसे का तगादा किया गया, लेकिन वह टालमटोल करता रहा. थक हार कर विजय ने मोहन चौधरी का वकालतन नोटिस भेजा. लेकिन नोटिस लेने से भी उसने इनकार दिया. 10 लाख की धोखाधड़ी करने पर मोहन चौधरी के खिलाफ नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.