मुजफ्फरपुर: कन्हौली नाका से अत्याधुनिक हथियार इंसास राइफल की बरामदगी के पुलिस अब सैप जवानों के रिश्तेदारों के घर की छानबीन में जुटी है. आरोपित जवान महेंद्र प्रसाद के बयान के बाद पुलिस पांचों जवान के रिश्तेदारों की कुंडली तैयार कर उनके घर छापेमारी करेगी. बताया जाता है कि दो जवानों के रिश्तेदार शहर में ही रहते है.
वही मोबाइल कॉल डिटेल से भी पुलिस सुराग पाने में जुटी है. महेंद्र के पहले नंबर से पुलिस को कुछ भी हाथ नहीं लगा था. उसके मोबाइल का सीडीआर में एक भी नंबर पर आने-जाने की पुष्टि नहीं थी. सीडीआर में कॉल डिटेल नहीं आने पर उसके दूसरे नंबर की जांच पुलिस कर रही है. इधर, 16 दिन बीत जाने के बाद राइफल की बरामदगी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है. जांच से जुड़े पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जवानों को अल्टीमेटम दिया गया है. अगर एक से दो दिनो के अंदर हथियार की बरामदगी नहीं हुई तो उन्हें जेल भेजा जायेगा.
क्या था मामला
सैप जवान प्रमोद कुमार तिवारी (7502) वर्तमान में नगर थाना क्षेत्र के कन्हौली नाका में पदस्थापित है. वह मूल रुप से कैमूर जिला के मोहनियां का रहने वाला है. 1 अगस्त को वह तीन दिनों की छुट्टी पर गांव चला गया था. छुट्टी जाते समय उसने अपने हथियार इंसास राइफल, 20 चक्र गोली व मैगजीन साथियों की निगरानी में रखा था. 5 अगस्त की शाम जवान कपिल देव सिंह ने मोबाइल फोन पर सूचना दी कि उसका इंसास राइफल व गोली बैरक से गायब है. काफी खोजने पर भी पता नहीं चल पाया है. सैप जवान प्रमोद तिवारी का कहना था कि कन्हौली नाका में उसके साथ ही सैप जवान महेंद्र प्रसाद (2747) पदस्थापित था. उससे मेरा पूर्व से विवाद चल रहा था. उसने धमकी दी थी कि तुम्हें देख लूंगा व काफी संकट में डालूंगा. उसने ही हथियार गायब किया है.