मामला स्नातक पार्ट टू की परीक्षा से जुड़ा है. परीक्षा गत 20 नवंबर से शुरू हुई थी. इसके लिए फॉर्म भरने का सिलसिला परीक्षा शुरू होने के एक दिन पूर्व तक जारी रहा. इसी क्रम में वैशाली के एक ही कॉलेज के चार सौ से अधिक छात्र-छात्रओं का फॉर्म भी परीक्षा विभाग पहुंचा.
उन सभी पर पंजीयन संख्या अंकित नहीं था. नियमों के तहत उन सभी को अस्वीकार कर दिया जाना था. लेकिन परीक्षा विभाग ने दरियादिली दिखाते हुए न सिर्फ उन सभी को एडमिट कार्ड जारी कर दिया, बल्कि परीक्षा भी ले ली. पिछले दिनों विवि प्रेस ने पार्ट वन का टीआर छात्र कर विभाग को उपलब्ध कराया. इसमें उक्त कॉलेज के किसी भी छात्र के सामने उसका पंजीयन संख्या अंकित नहीं था. विभाग के कर्मियों ने इस पर आपत्ति जताते हुए इसकी सूचना परीक्षा नियंत्रक डॉ पंकज कुमार को दी. मामले में कॉलेज प्रबंधन से बातचीत की गयी. इसके बाद कॉलेज प्रबंधन की ओर से सभी छात्र-छात्रओं का पंजीयन संख्या विभाग को उपलब्ध कराया गया. फिलहाल परीक्षा विभाग संबंधित कॉलेज का टीआर नये सिरे से छपवा रहा है.