लेकिन रिजल्ट थ्योरी व आंतरिक मूल्यांकन के अंक के योग के आधार पर निकाले जाने से इन्हें फायदा हुआ और ये पास घोषित हुए. इसमें अधिकांश सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण व पश्चिम चंपारण जिलों में स्थित कॉलेज के छात्र हैं.
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रेगुलेशन बदला तो दर्जनों ‘फेल’ पास
मुजफ्फरपुर: विवि में पीजी फोर्थ सेमेस्टर का रिजल्ट पुराने रेगुलेशन से निकाले जाने से दर्जनों छात्र-छात्राओं को राहत मिली है. यदि सेमेस्टर सिस्टम के तहत रिजल्ट निकाला जाता तो या तो इनका रिजल्ट पेंडिंग होता, या फिर ये फेल घोषित होते. ऐसा कॉलेज या विभाग की ओर से विभिन्न विषयों में इनके आतंरिक मूल्यांकन का […]
मुजफ्फरपुर: विवि में पीजी फोर्थ सेमेस्टर का रिजल्ट पुराने रेगुलेशन से निकाले जाने से दर्जनों छात्र-छात्राओं को राहत मिली है. यदि सेमेस्टर सिस्टम के तहत रिजल्ट निकाला जाता तो या तो इनका रिजल्ट पेंडिंग होता, या फिर ये फेल घोषित होते. ऐसा कॉलेज या विभाग की ओर से विभिन्न विषयों में इनके आतंरिक मूल्यांकन का अंक नहीं भेजे जाने के कारण होता.
दरअसल, सेमेस्टर सिस्टम में एक पेपर में 80 अंक थ्योरी व 20 अंक आंतरिक मूल्यांकन के तहत मिलने तय थे. इन दोनों में पास होने के लिए अभ्यर्थी को न्यूनतम 36 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य था. लेकिन दर्जनों छात्र-छात्रओं के आंतरिक मूल्यांकन के अंक विभाग व कॉलेजों से विवि भेजा ही नहीं गया. इस संबंध में परीक्षा विभाग ने कई बार संबंधित विभागाध्यक्षों को पत्र भी लिखा, जिसमें जितने परीक्षार्थी परीक्षा फॉर्म भरते हैं, उन सभी का आंतरिक मूल्यांकन का अंक भेजा जाना अनिवार्य बताया गया. कारण यह अंक छात्रों के कक्षा में उपस्थिति, उनके आचरण व व्यवहार पर मिलने थे. बावजूद इनके आंतरिक मूल्यांकन का अंक नहीं भेजा गया. पिछले साल राजभवन ने 2014-15 सत्र से पीजी में जिस सेमेस्टर सिस्टम के रेगुलेशन को मंजूरी दी है, उसके तहत एक पेपर में आंतरिक मूल्यांकन में उत्तीर्ण नहीं होने पर रिजल्ट पेंडिंग व दो या उससे अधिक पेपर के आंतरिक मूल्यांकन की परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने पर परीक्षा में फेल घोषित कर दिये जाने का प्रावधान है.
सिर्फ थ्योरी के अंक से हुए पास
राजभवन से सत्र 2014-15 से पूर्व पीजी में सेमेस्टर सिस्टम के रेगुलेशन को मंजूरी देने से इनकार के बाद विवि प्रशासन ने पुराने रेगुलेशन (प्रीवियस व फाइनल) के आधार पर रिजल्ट निकालने का फैसला लिया. इसके लिए एक पेपर में परीक्षार्थी के कुल अंक के लिए थ्योरी व आंतरिक मूल्यांकन के अंक जोड़ दिये गये. ऐसे में जिन परीक्षार्थियों के आंतरिक मूल्यांकन में कोई अंक नहीं था, लेकिन 80 अंक के थ्योरी में 36 या उससे अधिक अंक मिले थे, वे सभी पास घोषित कर दिये गये. सत्र 2012-14 व 2013-15 में भी इसी आधार पर रिजल्ट प्रकाशित किये जायेंगे.
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