भगवान आपका ख्याल रखेंगे. दुनिया को आपके जैसे लोगों की जरू रत है. फिर, इसलाम की पत्नी शवीरन बेगम से मुलाकात की. शवीरन बेगम ने बताया वह उपद्रव के दौरान डर से बेलबर भाग गई थी. यहां अंबिका प्रसाद सिंह के घर में दो दिनों तक बिना डर भय के रही. फिर स्थिति सुधरने पर लौटी है.
इसके बाद इसरार की पत्नी शमीना खातून से मुलाकात की. उसने बताया गांव के ही राम वृक्ष कुशवाहा ने जान बचायी. अगर ये नहीं होते तो परिवार में कोई नहीं बच पाता. इस गांव के लोग काफी अच्छे हैं. आयोग ने कहा, इस दुनिया में ऐसे ही लोग इनसानियत को बचाते हैं. उन्होंने कहा, सरकार ने शैल देवी के दोनों बेटियों व एक पुत्र को पढ़ने की पूरी व्यवस्था कर दी है. ये लोग जहां तक पढ़ाई करेंगे, सरकार पूरी खर्च उठायेगी. पद्मश्री सुधा वर्गीज ने कहा, अब उड़ती बातों पर ध्यान नहीं देना है. गांव में सब एक परिवार जैसे हैं. परिवार में बिखराव कर कोई भी बहुत दिनों तक नहीं रह सकता है.