मुजफ्फरपुर: अजीतपुर कांड के पीड़ितों का हाल जानने पहुंचे लालू प्रसाद को तीन सौ ऐसे लोगों की लिस्ट सौपी गयी है, जो अगजनी व तोड़फोड़ की घटना में शामिल थे. ये सूची स्थानीय लोगों ने पूर्व मुख्यमंत्री को सौपी. इस दौरान इन लोगों के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री के साथ और कोई नहीं था, लेकिन सूची मिलने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने एसएसपी रंजीत कुमार मिश्र को तलब किया और उन्हें सूची सौप दी.
इस दौरान उन्होंने एसएसपी से कहा कि जो नाम सूची में दिये गये हैं, उनकी जांच कर लें. अगर उसमें से कोई दोषी है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई निश्चित तौर पर होनी चाहिए. उन्होंने एसएसपी से कहा कि पीड़ितों को किसी भी कीमत पर इंसाफ मिलना चाहिए. इसके लिए अगर जरूरत पड़ेगी, तो हम मुजफ्फरपुर में भी रहने को तैयार हैं.
तीन घंटे पुलिस को किसने रोका?
सूची सौंपने के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने एसएसपी से सवाल किया. 18 जनवरी को जब आगजनी की घटना हो रही थी, तो स्थानीय पुलिस को तीन घंटे तक किसने रोका. इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें सब मालूम है कि किसने रोका. ये घटना सोची-समझी साजिश का नतीजा थी.
लाइसेंसी बंदूक गायब
पूर्व मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान अजीजपुर के लोगों ने कहा कि आगजनी के दौरान उपद्रवी एक लाइसेंसी बंदूक भी ले गये हैं. इस पर राजद अध्यक्ष ने एसएसपी को निर्देश दिया कि वो लाइसेंसी बंदूक का पता लगवायें और उसे वापस करवायें. इस दौरान उन्होंने कहा कि आप लोगों को डरना नहीं है.