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रामप्रवेश हत्याकांड: दो अलग-अलग हथियारों से चलायी गयी थी गोली, नेपाल के अपराधियों से थी सांठगांठ

रामप्रवेश हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए एसएसपी ने सात अलग-अलग टीम का गठन किया है. एक टीम मोतिहारी में कैंप कर रही है. घटनास्थल से मिले मोबाइल व सिम को भी पुलिस खंगाल रही है. चार दिन बीत जाने के बाद भी अबतक पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है. पुलिस का दावा है […]

रामप्रवेश हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए एसएसपी ने सात अलग-अलग टीम का गठन किया है. एक टीम मोतिहारी में कैंप कर रही है. घटनास्थल से मिले मोबाइल व सिम को भी पुलिस खंगाल रही है. चार दिन बीत जाने के बाद भी अबतक पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है. पुलिस का दावा है कि कई अपराधी शक के दायरे में हैं, जो मुजफ्फरपुर व मोतिहारी के रहने वाले हैं.
उनके बारे में जानकारी जुटायी जा रही है कि घटना के समय वे लोग कहां थे. उनके मोबाइल की भी जांच हो रही है. नर्तकी से भी प्रारंभिक पूछताछ की गयी है. उसने कई अहम जानकारियां दी हैं. इसके आधार पर आगे का अनुसंधान जारी है.
मुजफ्फरपुर: गैंगवार के शिकार बने शातिर रामप्रवेश सिंह की नेपाल के अपराधियों से भी सांठगांठ थी. उसके पास से पुलिस को नेपाली सिम भी मिला है. उसके सिम में उत्तर बिहार के कई चर्चित अपराधियों से लेकर नेपाल तक के नंबर दर्ज है. पुलिस उसके पास से दो मोबाइल के साथ सात सिम जब्त किये थे. सात में तीन सिम आइडिया का, दो सिम रिलायंस, एक सिम एयरसेल व एक सिम नेपाल की मोबाइल कंपनी एन सेल का है. इसके साथ ही उसकी जेब से रामप्रवेश के नाम से पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस सहित फर्जी पहचान पत्र मिला है. उसने दायें हाथ की अंगुली में अंगूठी पहन रखी थी. मौके से पुलिस ने तीन खोखा जब्त किया था, जो अलग-अलग हथियारों के है. उसके शव के पास सैमसंग कंपनी का तीन मोबाइल पुलिस को हाथ लगा है. तीन मोबाइल में पांच सिम लगे थे, जिसमें तीन एयरटेल, एक आइडिया व एक बीएसएनल कंपनी का सिम लगा था. बीएसएनएल वाला मोबाइल स्कॉर्पियो के सीट के अगले हिस्से से मिला था.
फौजी गिरोह पर भी शक. कथैया के रहने वाले फौजी को पकड़वाने में भी रामप्रवेश की भूमिका पुलिस तलाश रही है. मोतिहारी पुलिस ने कुछ माह पूर्व उसकी गिरफ्तारी की थी. फिलहाल वह जेल में है. उसके बारे में छानबीन की जा रही है. यह भी कहा जा रहा है कि राम प्रवेश के हत्या की जानकारी मिलने के बाद मोतिहारी जेल सहित कई जगहों पर मिठाई भी बंटी थी. कुछ माह पूर्व पुलिस को सूचना थी कि फौजी नेपाल से मोतिहारी आने वाला है. पूर्वी चंपारण के एक इलाके में उसे घेरने की कोशिश की गयी थी. पुलिस टीम के साथ उसकी कार पर रामप्रवेश ने भी फायरिंग की थी. उसके बाद से ही फौजी ने खुन्नस पाल ली थी.
घटना के बाद नेपाल था ठिकाना
मंटू शर्मा हत्याकांड के बाद रामप्रवेश ने कई दिनों तक नेपाल में शरण ली थी. पुलिस पदाधिकारियों से मैनेज करने के बाद वह नेपाल से वापस लौटा था. घटना के पर्यवेक्षण रिपोर्ट में उसकी भूमिका की जांच करने का आदेश पर्यवेक्षण पदाधिकारी ने दिया था.
12 सिम में छिपा है राज
उसके पास से मिले 12 सिम से पुलिस को कई महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे है. उसके सिम से पुलिस उत्तर बिहार के अपराधियों के नेटवर्क का पता करने में जुटी है. मोबाइल में भी कई सफेदपोश सहित पुलिस पदाधिकारी के भी नाम दर्ज है.
रेड लाइट एरिया से पांच संदिग्ध धराये
सिटी एसपी राजेंद्र कुमार भील के नेतृत्व में गुरुवार की शाम विशेष पुलिस टीम ने रेड लाइट एरिया से लेकर बगलखाना रोड तक अभियान चलाया. इस दौरान आल्टो सवार पांच संदिग्ध को पकड़ा गया है. सभी लालगंज इलाके के है. उन्हें मंडी के रास्ते जाते समय पकड़ा गया है. देर रात तक उनसे पूछताछ की जा रही है. वही पुलिस छापेमारी को देख शुक्ला रोड के कई कोठे धड़ाधड़ बंद हो गये. बताया जाता है कि जिले में सोमवार को एक ही दिन दो जगहों पर गैंगवार की घटना हुई थी. छानबीन में पता चला था कि तवायफ मंडी में अक्सर असामाजिक तत्वों को जमावड़ा रहता है. जानकारी मिलने पर देर शाम औचक छापेमारी की गयी. टीम में नगर थानाध्यक्ष सुनील कुमार शर्मा, मिठनपुरा थानाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह सहित सभी शहरी थानाध्यक्ष, पुलिस लाइन से बल, स्टेट रैफ व महिला पुलिस शामिल थी. शाम साढ़े बजे के करीब सिटी एसपी खुद पुलिस बल के साथ शुक्ला रोड पहुंचे. पुलिस को देखते ही मंडी की सभी दुकानें बंद कर लोग फरार हो गये. आम दिनों में जमघट लगे रहने वाले मंडी में एक भी व्यक्ति नजर नहीं आ रहा था.
बहलखाना में छापेमारी. शहर में बढ़ती चोरी को देखते हुए बहलखाना रोड में भी छापेमारी की गयी. सिटी एसपी कई मकानों की तलाशी ली. पुलिस टीम शहर में सक्रिय चोर गुलशन मल्लिक, विकास मल्लिक सहित कई को तलाश कर रही थी. सिटी एसपी ने कहा कि छापेमारी अभियान लगातार चलाया जायेगा.
नाका में पुलिस बल की मांग. सामाजिक कार्यकर्ता पाले खान ने सिटी एसपी ने कन्हौली नाका में स्थायी तौर पर पुलिस बल की तैनाती करने की मांग की है. उनका कहना है कि पुलिस बल के रहने से शाम के समय गश्ती होती थी. लेकिन कई माह से नाका बंद है. बार-बार आग्रह के बाद भी तैनाती नहीं हो पायी है.
दोनों जेल पर है नजर
गैंगवार के बाद विशेष पुलिस टीम मुजफ्फरपुर व मोतिहारी जेल पर नजर गड़ाये हुए है. जेल में बंद अपराधियों के बारे में भी जानकारी जुटायी जा रही है. सिटी एसपी का कहना है कि अनुसंधान में कई बातें सामने आयी है, जिसकी तहकीकात की जा रही है. घटना में विदेशी हथियार के इस्तेमाल की भी बात सामने आयी है. वह हथियार तस्करी कर मंगायी गयी है. ऐसी सूचना मिली है.
परिजन दे रहे हैं धमकी
पूछताछ के दौरान पुलिस को काजल ने बताया कि अब रामप्रवेश के परिजनों की ओर धमकी मिल रही है. जिससे उसका पूरा परिवार दहशत में है. उसका पूरा परिवार भय से बाहर नहीं निकल रहा है. बताया जाता है कि रामप्रवेश हत्याकांड के बाद नर्तकी पर भी खतरा हो सकता है.
नर्तकी के मोबाइल का टावर लोकेशन लेगी पुलिस
रामप्रवेश हत्याकांड में गुरुवार को नर्तकी काजल से मिठनपुरा पुलिस ने पूछताछ की. उसने रामप्रवेश के साथ अपने संबंधों को स्वीकार किया है. थानाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह सुबह साढ़े दस बजे ही महिला पुलिस के साथ उसके हनुमान गली स्थित घर पहुंचे. घर पर ही उसके माता-पिता के समक्ष पूछताछ की गयी. काजल ने पुलिस को बताया कि घटना के दिन राम प्रवेश उसके घर गेहूं लेकर आया था. गेहूं देने के बाद वह सपरिवार उसके साथ ही कांटी मजार पर चादर चढ़ाने गयी थी. वापस लौटते समय वह रास्ते में उतर गया. वे लोग घर लौट आये थे. वह उसे वापस चले जाने को भी बोली थी, लेकिन उसने कहा कि वह शाम को आयेगा. अंतिम बार शाम छह बजे के आसपास उससे राम प्रवेश की बातचीत हुई थी. पूछताछ के दौरान वह बार-बार रो रही थी. पुलिस को उसने बताया कि वह दो मोबाइल नंबर इस्तेमाल करती है. उसके दोनों नंबर की पुलिस छानबीन कर रही है.
इधर, सिटी एसपी राजेंद्र कुमार भील ने बताया कि नर्तकी से प्रारंभिक पूछताछ की गयी है. उसके मोबाइल का टावर लोकेशन लेकर जांच की जायेगी कि घटना के समय वह कहां थी. वह कांटी गयी थी कि नहीं, टावर लोकेशन से मामला स्पष्ट हो जायेगा.
काजल छिपा रही राज
सिटी एसपी ने कहा कि पूछताछ के दौरान वह कुछ बातें छिपा रही है. उससे दुबारा पूछताछ होगी. अब तक की जांच में उसकी संलिप्तता सामने नहीं आयी है. फिलहाल उस पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. मोबाइल का डिटेल आते ही विशेष टीम उससे पूछताछ करेगी.
ज्यादा कमाई के लिए बंगलुरु के डांस बार गयी थी काजल
बंगलुरु के स्टार नाइट बार में डांसर का काम करने वाली काजल का तीन सालों से शातिर रामप्रवेश सिंह से मधुर संबंध था. राम प्रवेश ने ही उसे पैसे की लालच देकर मुजफ्फरपुर ले आया था. बंगलुरु में रह कर प्रत्येक माह वह जितना कमाती थी, उतना पैसा रामप्रवेश अकेले ही उस पर खर्च करने का वायदा किया था. बंगलुरु में रहने के दौरान भी उसकी रोज रामप्रवेश से बातचीत होती थी. तीन माह से उसके परिवार का पूरा खर्चा उसने ही उठा रखा था. घर के राशन से लेकर ऐशो आराम की जिंदगी जीने में जो भी खर्च होता था, वह रामप्रवेश ही पूरा कर रहा था. हालांकि उसके चाहने वालों की कमी नहीं थी. कुछ पैसा वह मंदिर रोड के कोठे पर मुजरा कर कमा लेती थी. लेकिन उसके कोठे पर ज्यादातर जान-पहचान वाले ही रसूखदार लोग पहुंचते थे. कोठा पर से वह रोज कालीबाड़ी के हनुमान गली वाली मकान में चली आती थी. दो बहन व एक भाई में वह दूसरे नंबर पर है. काजल की मां भी तवायफ थी, लेकिन बाद में सुरेंद्र प्रसाद से शादी कर ली थी. शादी के बाद उसने मुजरा करना छोड़ दिया था. ज्यादा पैसा की चाहत में उसने अपनी बेटी काजल को बार डांसर बनने के लिए बंगलुरु भेज दिया था. वहां पर स्टार नाइट बार के चांदनी ग्रुप में वह डांसर का काम करती थी. बंगलुरू के मजेस्टिक में कपाली थियेटर के पास उसका बार था. तीन-चार माह में वह लाख रुपये कमा लेती थी. पैसा मिलने के बाद छह माह में एक बार मुजफ्फरपुर आती थी. यहां आने पर वह मुजरा के दौरान ही तीन साल पूर्व मोतिहारी के एक ग्राहक के माध्यम से उसका राम प्रवेश से परिचय हुआ था. उसके बाद वह अक्सर आता था. बंगलुरू के मोबाइल नंबर पर भी उससे राम प्रवेश की बातचीत होती थी. धीरे-धीरे संबंध प्रगाढ़ होने पर वह प्रत्येक माह में चार-पांच बार आने लगा था. इधर, तीन माह से वह उसका लगातार आना-जाना था.

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