मुजफ्फरपुर: भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के उपभोक्ताओं को 27 जुलाई तक कुछ परेशानियों को ङोलना होगा, क्योंकि ऑल इंडिया ग्रेजुएट इंजीनियरस एंड टेलीकॉम ऑफिसर्स एसोसिएशन के आह्वान पर पूरे देश में बीएसएनएल के 12000 इंजीनियर 22 जुलाई से 27 जुलाई तक छुट्टी पर चले गये हैं. इसी कड़ी में कंपनीबाग स्थित बीएसएनएल कार्यालय में भी करीब दो दर्जन अभियंता छुट्टी पर चले गये है.
सोमवार को इन सभी कार्यालय बाहर आकर प्रदर्शन किया और प्रबंधन व सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की. इससे सभी सेवाएं प्रभावित होंगी. जिसमें ब्रॉड बैंड सेवा, लैंड लाइन, वाइमैक्स, मोबाइल इंटरनेट, डब्ल्यूएलएल आदि. सोमवार को सीतामढ़ी जिले में मोबाइल पर इंटरनेट ने काम करना बंद कर दिया है. प्रदर्शन कर रहे इंजीनियर ने बताया कि इनकी तीन प्रमुख मांगे है.
पहली मांग है कि हमलोगों का जो सैलरी स्ट्रक्चर को 2007 में रिवाइज किया गया उसे लागू नहीं किया गया, पेंशन में सैलरी का 30 प्रतिशत का लाभ नहीं दिया जा रहा है. हमलोगों के इपीएफ को नियमित नहीं किया गया. यहां पिछले 12 साल से काम कर रहे इंजीनियर ग्रेजुएट को प्रमोशन नहीं दिया गया. अभी कंपनी द्वारा बाहर से काम के लिए बहाली की बात कही जा रही है. हम सभी बीएसएनएल के इंजीनियर इसका विरोध कर रहे है. इसके प्रथम चरण में हमलोगों ने पिछले सप्ताह हस्ताक्षर अभियान चलाया.
इसके तहत हम सभी ने अपनी मांगों का मांगपत्र डॉट के वरीय अधिकारी, केंद्रीय दूर संचार मंत्री कपिल सिब्बल व बीएसएनएल के सीएमडी को सौंपा. इस पर विचार नहीं करने के कारण दूसरे चरण में हमलोग छुट्टी पर गये है और अगले चरण में हम सभी हड़ताल पर चले जायेंगे. प्रदर्शन करने वालों में जेटीओ अरुण कुमार चौधरी, जिला सचिव अवधेश कुमार भारती, अध्यक्ष प्रभात कुमार, उप सचिव देवेश कुमार, एसडीओ नागमणि, जेटीओ जय प्रकाश, मुकेश कुमार, सुजीत कुमार, मुकेश कुमार, मनीष मिश्र, संतोष कुमार आदि शामिल थे.