मुजफ्फरपुर: कॉमिक्स अपने बातों को कहने व उसे आम लोगों तक पहुंचाने का सरल व प्रभावशाली माध्यम है. उक्त बातें अविधा विमुक्ती संस्थान द्वारा आइजीएसएसएस सेल्टर परियोजना अंतर्गत वर्ल्ड कॉमिक्स इंडिया के प्रशिक्षक व सुप्रसिद्ध काटरूनिस्ट शरद शर्मा ने कही. जिन्होंने सिर्फ तीन दिनों के अंदर प्रशिक्षुकों को इस माध्यम से अपनी कहानी कहना सिखलाया और कॉमिक्स बनाना बताया. इन्होंने शहर के स्लम बस्तियों में रहने वाले लोगों को आए दिन होने वाले समस्याओं को एक अनोखी कार्यशाला में बताया.
इसे स्लम बस्तियों में रहने वाले लोगों ने अपने कलम से बनाया जिन्हें अक्षर का ज्ञान तक नहीं था. इन्होंने बताया ग्रासरूट पर कॉमिक्स आमलोगों को अपने मुद्दों पर कहानी रखने का ताकत देता है. इसे आप सार्वजनिक स्थानों पर चिपका सकते है व वितरित कर सकते है. साथ ही राजनैतिक, जन प्रतिनिधियों, सरकारी अधिकारियों तक इसे पहुंचाया जा सकता है. कार्यशाला का उद्देश्य सिटी मेकर्स की समस्याओं को संकलित किया जा सकता है, साथ ही मीडिया की मदद से इसे जनजन तक पहुंचाया जा सकता है.
सिटी मेकर्स ने पुलिस उत्पीड़न विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार, नशे के चलते टूटते घर आदि मुद्दों पर कॉमिक्स तैयार किया है जो एक प्रदर्शनी के रूप में मनाली रेस्टोरेंट में लगे हुए है. 23 जुलाई को बजार में इस रेस्टोरेंट से मुखर्जी सेमिनरी वाली गली व विभिन्न चौक चौराहों पर आमलोग के बीच वितरित किया जाएगा. मौके पर संस्थान के प्रबंधक अविनाश रंजन, सामाजिक कार्यकर्ता राकेश कुमार, भूमीहीन शहरी गरीब अधिकार मंच की ललिता देवी, निर्मला देवी, सुमित्र देवी, निलू, जानकारी देवी, रैन बसेरा अधिकार मंच के प्रहलाद साह, ललिया देवी, रूपा देवी, किरण, शिवजी, बब्लू, राजा, अब्बास, स्वयंसेवक रत्नलाल शाह, अजय कुमार आदि मौजूद थे.