मुजफ्फरपुर: अघोरिया बजार के समीप सोमवार की सुबह अपराधियों ने सदर थाना क्षेत्र के अतरदह निवासी हॉकर राजेश कुमार उर्फ राजू के अपहरण का प्रयास किया. स्थानीय लोगों की नजर जब इस पर पड़ी तो उन्होंने अपराधियों को खदेड़ दिया. घटना के विरोध में आक्रोशित लोगों ने कच्ची-पक्की चौक पर जम कर हंगामा किया.
लोगों ने बीच सड़क पर टायर-टय़ूब जला कर एनएच-28 को पूरी तरह जाम कर दिया. जाम करीब चार घंटे तक रहा. इस दौरान वहां वाहनों की लंबी कतारें लग गयीं. सूचना पर सदर थानाध्यक्ष शंभु भगत के नेतृत्व में थाना पुलिस मौके पर पहुंची व लोगों को कार्रवाई का आश्वासन दिया. तब जाकर मामला शांत हुआ. घटना के संबंध में थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. इसमें भूमि-व्यवसायी प्रवीण पंकज, छोटू व बिहार पुलिस के एक जवान को आरोपित बनाया गया है.
जानकारी के अनुसार, सुबह पौने सात बजे राजेश मोतीझील से अखबार लेकर जा रहा था. अघोरिया बाजार स्थित महादलित टोला के समीप उजले रंग के ऑल्टो पर सवार चार की संख्या में लोगों ने उसे घेर लिया व जबरन उसे गाड़ी में बैठाने लगे. विरोध में राजेश ने शोर मचाना शुरू किया. शोर सुन कर मौके पर मौजूद लोगों ने अपराधियों को खदेड़ दिया. घटना के विरोध में लोगों ने अघोरिया बाजार-रामदयालु पथ को जाम कर दिया. बाद में लोग अघोरिया बाजार चौक को जाम करने पहुंचे. थोड़ी देर वहां रहने के बाद सभी कच्ची-पक्की चौक पर पहुंचे व सड़क जाम किया.
लंबे समय से चल रहा है विवाद
हॉकर राजेश कुमार ने बताया कि अतरदह में तीन कट्ठा जमीन में उनका पुश्तैनी मकान है. इस जमीन को लेकर उनके व उनके रिश्तेदार आशा ठाकुर के बीच काफी दिनों से विवाद चल रहा है. आशा ठाकुर फिलहाल पटना विजिलेंस में अधिकारी हैं. वे उक्त जमीन को अपना बता रहे हैं, जबकि यह कई पुश्तों से उनके कब्जे में है. इसमें से डेढ़ कट्ठा जमीन का खतिहान भी उनके पास है. पर वर्ष 1970 में उक्त जमीन का सर्वे आशा ठाकुर के पिता के नाम से कर दिया गया. मामला फिलहाल सिविल कोर्ट में लंबित है, जहां टाइटलवाद की सुनवाई चल रही है. आशा ठाकुर ने उक्त जमीन को भू-व्यवसायी प्रवीण पंकज के हाथों बेच दिया. वे जबरन उनके जमीन पर कब्जा जमाना चाहते हैं.