मुजफ्फरपुर: अमन कांड में पुलिस को बाइक मिस्त्री मो सैप की तलाश है. बताया जाता है कि उसकी गिरफ्तारी से पूरे मामले का खुलासा होगा. पुलिस का मानना है कि सोची समझी साजिश के तहत अमन को घर से बुला कर जाकिर ले गया था. मो जाकिर साइकिल बनाने का काम करता है. मो सैप व जाकिर से अमन की दोस्ती भी पुलिस को समझ में नहीं आ रही है.
शुक्रवार की रात पुलिस ने जब जाकिर को पकड़ने उसके घर गयी थी, तो परिजनों ने पुलिस को गुमराह करते हुए कहा था कि इस नाम का कोई लड़का यहां नहीं है, हालांकि थोड़ी ही देर बाद उसे पुलिस ने दबोच लिया था. काफी देर तक वह पुलिस को गुमराह करता रहा. वह कुछ भी खुलासा करने से परहेज कर रहा था. सिटी एसपी के पूछताछ में भी उसने गोल-मटोल जवाब दिया था. हालांकि देर रात वह पुलिस के समक्ष टूट गया.
नगर थाने में पूछताछ उसने पूरी घटना पुलिस को बतायी थी, जिसके बाद छोटू पटेल व सन्नी को गिरफ्तार किया गया था. इस घटना में जेल चौक के पास गैरेज में काम करने वाले मो सैप की भूमिका महत्वपूर्ण मानी गयी है. हालांकि घटना के बाद वह फरार है. पुलिस का कहना है कि उसकी गिरफ्तारी नहीं होने पर जल्द ही उसके घर की कुर्की की जायेगी. इस पूरे घटना क्रम में पांच किशोर के नाम सामने आये है, जिसकी जांच की जा रही है.
आखिर क्यों छिपायी घटना ?
अमन की मौत के बाद पुलिस यह नहीं समझ पा रही है कि अगर उसकी मौत नहाने के क्रम में हुई है, तो जाकिर, छोटू, सन्नी ने पूरी घटना क्यों छिपायी. तीनों ने उसके डूबने की सूचना अविलंब परिजनों को क्यों नहीं दी. अमन अगर घाट पर डूबता तो उसके कपड़े, साइकिल, चप्पल अलग-अलग स्थान पर क्यों फेंके गये. अगर जाकिर व उसके दोस्त डर गये थे, तो कम से कम अपने परिजन को तो जानकारी देते. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. इस पूरे घटनाक्रम के अनुसंधान से प्रतीत होता है कि पूरी मामले को प्लानिंग के तहत अंजाम दिया गया है. संभव है कि अमन की हत्या पानी में डूबा कर की गयी हो. हालांकि मो सैप के पकड़े जाने से कई सवालों के जवाब मिल सकती है.